एक शक्तिशाली भूकंप के झटकों से रविवार को ताइवान की धरती कांप उठी। जानकारी के मुताबिक, यहां 6.9 तीव्रता का भूकंप आया। झटके इतनी तेज थे कि यहां की एक दो मंजिला इमारत ढह गई और एक जगह पर ट्रेन के पटरी से उतर जाने की सूचना है। 

अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार, भूकंप के झटके दोपहर 2:44 मिनट (स्थानीय समयानुसार) पर शहर के उत्तर में 50 किलोमीटर तक भूकंप के झटके महसूस हुए। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर नीचे था। बताया गया कि दो मंजिला इमारत के गिरने के बाद दो घायलों को निकाला गया है। भूकंप के झटकों के बाद एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोग जान बचाने के लिए इमारत से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। 

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कई जगह भूकंप की तीव्रता सात से ऊपर
हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि ताइवान के युजिंग से 85 किमी दूर भूकंप की तीव्रता 7.2 रिकॉर्ड की गई। यह भूकंप स्थानीय समयानुसार छह बजकर 44 मिनट पर महसूस किए गए। इसका केंद्र जमीन से 10 किमी अंदर था।

जापान में सुनामी का अलर्ट
जापान के मौसम विज्ञान विभाग की ओर से सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। यहां नागरिकों को अंधेरा होने से पहले दक्षिणी टापू कयूशु खाली करने के लिए कहा है। रविवार को यहां भीषण तूफान आने की आशंका है। इसके कारण 20 इंच तक बारिश हो सकती है। कहा गया है कि ताइवान से जुड़े द्वीप पर सुनामी का खतरा बना हुआ है। 

जानें क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती है, तो भूकंप महसूस होता है।

जानिए भूकंप के केंद्र और तीव्रता का क्या मतलब है?
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है। इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है। अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है।