अर्जुन अवार्डी पहलवान दिव्या सेन काकरान ने कहा कि लड़कियों को आगे आकर अपनी पहचान बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब वह एक छोटे से गांव से निकलकर परिश्रम के बूते अर्जुन अवार्ड जैसा खेल सम्मान पा सकती है, तो बाकी लड़कियां क्योंं नहीं। उन्होंने उभरती नई खेल प्रतिभाओं को बेहतर करने के लिए प्रेरित किया।
मुजफ्फरनगर के श्रीराम कालेज में आयोजित सांसद खेल स्पर्द्धा में केन्द्रीय राज्यमंत्री डा.संजीव बालियान ने देश को गोरवान्वित कराने वाली जिले के गांव पुरबालियान की बेटी एवं महिला पहलवान दिव्या सेन काकरान का सम्मान किया। इस मौके पर दिव्या ने कहा कि केन्द्रीय राज्यमंत्री डा.संजीव बालियान का सहयोग लगातार मिल रहा है। कहा कि उनकी सक्रियता से जिले की खेल प्रतिभाओं को काफी बढावा मिल रहा है। दिव्या ने कहा कि अपने घर में अपने बड़ो से सम्मान पाकर उसे बड़ी खशी महसूस हो रही है। वह खुशी के साथ गर्व भी महसूस कर रही है। कहा कि इस तरह के खेल इवेंट होते रहेंगे तो और भी लड़कियों खेलों में आगे आकर उसकी तरह अर्जुन व अन्य अवार्ड्स पाती रहेंगी।
दिव्या सेन काकरान ने कहा कि खेल में हार-जीत अधिक मायने नहीं रखती है। जरूरी है कि अधिक से अधिक लड़कियां खेलों में भाग लें। जब परिश्रम करेंगी तो जीत निश्चित होगी। लेकिन इससे पहले जरूरी है कि खेलों में हिस्सा लें।
जिले के युवाओं की खेलों में रुची देख दिव्या गदगद
केन्द्रीय राज्यमंत्री डा.संजीव बालियान, राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल तथा सरधना विधायक संगीत सोम से सम्मानित होने के बाद दिव्या ने कहा कि उन्हें जिले के युवा वर्ग में खेलों के प्रति समर्पण देखकर बहुत खुशी हो रही है।
अर्जुन व रानी लक्ष्मी बाई अवार्ड विजेता दिव्या सेन काकरान ने कहा कि यदि खेल प्रतिभाओं को आगे लाना है तो उसके लिए खेलों को बढावा देना होगा। यदि खेलों को इसी तरह बढावा मिलता रहा तो नई खेल प्रतिभाओं को आगे आने से कोई नहीं रोक सकेगा।