मेरठ में भरभराकर गिर गया मकान, अनेक दबे

मेरठ जनपद के जय भीमनगर में मंगलवार दोपहर एक दो मंजिला मकान अचानक भरभराकर गिर गया। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। वहीं मलबे में दबकर एक बच्चे की मौत हे गई, जबकि कई लोगों के दबे होने की बात सामने आई है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू कराया। क्रेन की सहायता से मलबे को हटाकर दबे लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं हादसे के बाद मौके पर भारी संख्या में भीड़ जमा हो गई। डीएम और एसएसपी मौके पर पहुंचे हैं।  

भावनपुर थाना क्षेत्र के जय भीम नगर में मंगलवार दोपहर दो मंजिला मकान भरभरा कर गिर गया। हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई जबकि, कई लोग मलबे में दब गए। सूचना मिलने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और मकान के आसपास के एरिया को सील कर दिया। जिलाधिकारी के. बालाजी और एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। परिजनों की ओर से दो लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई है। 

भावनपुर थाना क्षेत्र के जयभीम नगर में किरण पाल अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके पांच बेटे रामकुमार, सत्येंद्र, पवन, अरुण और सोनू हैं, जो साथ ही रहते हैं। सोनू की शादी नहीं हुई है। अन्य सभी शादीशुदा है। 

बताया गया कि यह घटना दोपहर करीब तीन बजे की है। किरणपाल के घर के बराबर में खाली पड़े प्लॉट में पिछले तीन दिन से नींव खोदने का काम चल रहा था। आज यानी मंगलवार को भी काम जारी था। करीब पांच फुट गहरी नींव खुद चुकी थी। इसी दौरान तेज आवाज हुई और दो मंजिला मकान का करीब 70 प्रतिशत हिस्सा भरभराकर नीचे आ गिरा। मकान गिरते ही वहां चीख-पुकार मच गई। वहीं आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। 

ग्रामीणों के अनुसार जिस वक्त यह हादसा हुआ परिवार के लोग अंदर ही मौजूद थे। मलबे में दबकर सतेंद्र के पांच वर्षीय बेटे हर्षित की मौत हो गई, जबकि किरणपाल की पत्नी कमलेश, पवन की बेटी काकुल (5) घायल हो गए। लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है जबकि, पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। 

उधर, घटना की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी के. बालाजी और एसएसपी प्रभाकर चौधरी मौके पर आ गए। वहीं एसपी देहात केशव कुमार सूचना मिलने के आधे घंटे बाद ही जय भीमनगर पहुंच गए और परिजनों से बात की।

जानकारी के अनुसार जय भीमनगर कॉलोनी एमडीए की अवैध कॉलोनियों की सूची में शामिल है। इस कॉलोनी में कोई भी नक्शे स्वीकृत नहीं किए जाते हैं। नींव खोदते समय हुए हादसे के बाद  तहसीलदार और जोन डी के प्रभारी विपिन कुमार ने जेई ओमपाल यादव को मौके पर भेजा।

तहसीलदार विपिन कुमार ने बताया कि दो से ढाई फीट गहरा गड्ढा खोदा जा रहा था, जिसमें पानी भरा हुआ था। इसी कारण यह हादसा हुआ है। अगर कोई कंस्ट्रक्शन निर्माण कार्य मौके पर किया जाता है तो कार्रवाई की जाती है।

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