महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जनता को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा है कि कोविड दौर चल रहा है, लेकिन मैं कुछ और विषय पर बातचीत करने आया हूं. उन्होंने कहा कि बहुत लोग कह रहे है मैं विधायकों से मिलता नहीं हूं. यह शिवसेना बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना है. इसके बाद उन्होंने कहा कि यह बात सच है कि मैं विधायकों से मिला नहीं, लेकिन मेरी तबियत ठीक नहीं थी. पर पिछले कुछ दिनों से मैंने दोबारा मेरे विधायकों से मिलना शुरू किया है. कुछ दिन पहले है आदित्य ठाकरे संजय राऊत और एकनाथ शिंदे सब अयोध्या दर्शन करने गए थे.
बालासाहेब ठाकरे के बाद शिवसेना के नेताओं को सत्ता पद , सम्मान सब मिला कृपया वो सब मत भूलिएगा..मै यह मानता हूं कांग्रेस एनसीपी के साथ पिछले 20-25 साल से लड़ रहे हैं और आज उन्हीं साथ सत्ता में है लेकिन उसके लिए वजह है..मुझे कांग्रेस k कमलनाथ और शरद पवार का कॉल आया था, उन्होंने कहा कि उद्धवजी मुझे आप पर भरोसा है..महाराष्ट्र की विधानसभा में हिन्दू और हिंदुत्व की बात करनेवाला में पहला मुख्यमंत्री हूं.. मेरे हिंदुत्व पर शक करने वालों से सवाल है कि मैंने ऐसा क्या कर दिया कि आपको ऐसा लगा मैंने हिंदुत्व छोड़ दिया ..??
लेकिन मेरे ही लोगों पर मुझपर भरोसा नहीं है, इसपर क्या कहूं.. आपको कुछ दिक्कत थी तो आप मुझे कहते .. आपको मैं सीएम पद पर चाहिए था, तो बोल देते कि उद्धव ठाकरे जी आप इस मुख्यमंत्री पद के लिए लायक नहीं हैं पद छोड़ दो, तो मैं छोड़ देता.. लेकिन आपको गुजरात, गुवाहाटी जाकर अपनी बात रखने की क्या जरूरत है..बगावत करने वाले मेरे विधायक खुद मुझसे बात करे.. लेकिन मेरी इच्छा रहेगी की सीएम शिवसेना का ही बने..