केरल के एर्नाकुलम में रविवार सुबह एक कन्वेंशन सेंटर में भीषण ब्लास्ट हुआ। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। केरल के एडीजीपी (कानून और व्यवस्था) एमआर अजित कुमार ने कहा कि एक व्यक्ति ने त्रिशूर ग्रामीण के कोडाकरा पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया है। उसका उसका दावा है कि यह उसी ने किया है। उसका नाम डोमिनिक मार्टिन है। वह सभा के एक ही समूह से थे। हम इसकी जांच कर रहे हैं। हम इस मामले की हर एंगल से जांच कर रहे हैं।
क्या है मामला?
कलामसेरी पुलिस के मुताबिक, धमाका उस वक्त हुआ, जब कई लोग कन्वेंशन सेंटर में प्रार्थना सभा के लिए जुटे थे। पहला धमाका सुबह 9 बजे के करीब हुआ। अगले कुछ मिनटों में एक और धमाका हुआ। घटना की जांच के लिए एनआईए और एनएसजी की टीमें केरल रवाना हो गई हैं।
आईईडी के इस्तेमाल की बात सामने आई
केरल के DGP डॉ. शेख दरवेश साहब ने कहा कि आज सुबह लगभग 9:40 बजे जमरा इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एग्जीबिशन सेंटर में विस्फोट हुआ, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। अभी 52 घायल लोगों का इलाज चल रहा है। कन्वेंशन सेंटर में यहोवा के साक्षियों का क्षेत्रीय सम्मेलन हो रहा था। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक IED उपकरण है और हम इसकी जांच कर रहे हैं।
अमित शाह ने की पिनरई विजयन से बात की
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से बात की और बम विस्फोट के बाद राज्य के हालात पर चर्चा की। शाह ने एनआईए और एनएसजी की एक टीम को तुरंत घटनास्थल पर जाने और मामले में जांच शुरू करने के आदेश दे दिए हैं।
पिनराई विजयन ने सर्वदलीय बैठक बुलाई
इस बीच पिनराई विजयन ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। कल सुबह 10 बजे सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कॉन्फ्रेंस हॉल में सर्वदलीय बैठक होगी। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि 52 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कलामसेरी में 30 लोग भर्ती हैं, जिनमें से 18 ICU में हैं और 6 गंभीर रूप से घायल हैं, उनमें से एक 12 साल का बच्चा भी है। मृतक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
शशि थरूर बोले- घटना से स्तब्ध और निराश
विस्फोटों पर दुख व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने घटना की निंदा की और मामले में त्वरित पुलिस कार्रवाई की मांग की। तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा कि यहां धार्मिक सभा पर बम हमले की खबर से स्तब्ध और निराश हूं। मैं इसकी निंदा करता हूं और त्वरित पुलिस कार्रवाई की मांग करता हूं, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। अपने राज्य को हत्या और विनाश की मानसिकता का शिकार होते देखना दुखद है। मैं सभी धार्मिक नेताओं से इस तरह की बर्बरता की निंदा करने और अपने अनुयायियों को यह सिखाने के लिए एकजुट होने का आग्रह करें कि हिंसा से और अधिक हिंसा के अलावा कुछ हासिल नहीं होता है।