एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शनिवार को चेन्नई में भारतीय सेना अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में आयोजित पासिंग आउट समारोह में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय वायु सेना, नौसेना और थल सेना के बीच अद्वितीय समन्वय की प्रशंसा की। शॉर्ट सर्विस कमीशन के स्नातक अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने तीनों सेनाओं के बीच तालमेल, एकीकरण और सशस्त्र बलों एवं अन्य एजेंसियों के साथ सहयोग को बखूबी प्रदर्शित किया। उन्होंने नए अधिकारियों से कहा कि सेवा में आगे बढ़ते हुए हमेशा एकजुटता बनाए रखें।

एयर चीफ मार्शल ने अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओजेके में आतंकवादी ढांचों पर सटीक जवाबी हमले किए। इन हमलों से पाकिस्तान के हर आक्रमण प्रयास को विफल कर दिया गया और पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर भी जवाबी कार्रवाई की गई।

स्नातक कैडेटों को संबोधित करते हुए एपी सिंह ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और कहा कि उनका प्रशिक्षण उन्हें नेतृत्व, ज्ञान, कौशल और अनुशासन से सुसज्जित करता है। उन्होंने माता-पिता और रिश्तेदारों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्र और भारतीय सशस्त्र बल उनके बलिदान के लिए सदैव ऋणी रहेंगे।

एयर चीफ मार्शल ने कैडेटों को सलाह दी कि अपनी वर्दी को गर्व और उद्देश्य के साथ पहनें, नेतृत्व की जिम्मेदारी उठाएं और जीवन में हमेशा अच्छा इंसान बनने का प्रयास करें। उन्होंने कहा, “हम पहले इंसान हैं, फिर नागरिक और उसके बाद सैनिक।”

इस वर्ष कुल 130 पुरुष और 25 महिला अधिकारी कैडेटों को भारतीय सशस्त्र बलों में कमीशन दिया गया। इसके अतिरिक्त नौ मित्र देशों के नौ विदेशी अधिकारी कैडेट और 12 विदेशी महिला कैडेट ने प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सौहार्द को बढ़ावा मिला।