त्रावणकोर: सबरीमाला अय्यप्पन मंदिर में सोने की कथित चोरी के मामले में नया मोड़ सामने आया है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर के प्रायोजक उन्नीकृष्णन पोट्टी ने बचा हुआ सोना एक लड़की की शादी में इस्तेमाल करने का प्रस्ताव रखा था। इसके लिए उन्होंने 9 दिसंबर 2019 को त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) को पत्र लिखकर अनुमति मांगी थी।
उन्नीकृष्णन पोट्टी ने बताया कि मंदिर के मुख्य द्वार और द्वारपालक पर सोने की प्लेटिंग पूरी हो जाने के बाद कुछ अतिरिक्त सोना बच गया। उन्होंने टीडीबी से सलाह मांगी और पत्र में लिखा कि वह बचे हुए सोने से एक शादी कराना चाहते हैं।
विवाद का कारण
मामला सबरीमाला के गर्भगृह के बाहर द्वारपालकों की मूर्तियों पर सोने की प्लेटिंग से शुरू हुआ। आरोप हैं कि इन प्लेटों में चोरी और गड़बड़ी हुई। विपक्ष ने टीडीबी पर आरोप लगाया कि उन्होंने मरम्मत के लिए प्लेटें हटा कर प्रायोजक पोट्टी को दे दी थीं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस घटना पर केरल सरकार से जवाबदेही की मांग की और संदेह जताया।
केरल हाईकोर्ट ने मामले की विजिलेंस जांच का आदेश दिया, जिसमें मंदिर से कथित तौर पर 4.54 किलोग्राम सोना चोरी होने की बात सामने आई, जिसकी कीमत लगभग 7 करोड़ रुपये बताई गई।
अदालत ने SIT का गठन किया
इस सप्ताह की शुरुआत में अदालत ने सोने की प्लेटों के वजन में कमी और कथित गड़बड़ी की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित करने का निर्देश दिया। टीडीबी विजिलेंस ने पोट्टी का बयान दर्ज करने के एक दिन बाद जांच शुरू कर दी। जांच का नेतृत्व पूर्व पुलिस अधीक्षक एस. शशिधरन करेंगे, जबकि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एच. वेंकटेश इसकी निगरानी करेंगे। टीम में साइबर विशेषज्ञों समेत तीन निरीक्षक भी शामिल हैं।