असम सरकार ने अब शराबी पुलिसकर्मियों के लिए नई योजना तैयार कर ली है। इसके तहत पुलिस के आदतन शराबी जवानों और अधिकारियों को सरकार की तरफ से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का प्रस्ताव दिया जाएगा। इसका एलान खुद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की ओर से किया गया। उन्होंने कहा कि आदतन शराबी पुलिसकर्मियों को वीआरएस दे दिया जाएगा और इनकी जगह पर नई भर्तियों की प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है।
गौरतलब है कि असम के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय भी अपने पास ही रखा है। उन्होंने कहा कि करीब तीन सौ अधिकारी और जवान आदतन शराबी हैं जिनके शरीर को ज्यादा शराब ने खराब कर दिया है। सरकार इनके लिए वीआरएस का प्रस्ताव लेकर आई है। 10 मई को असम में सरमा सरकार के दो साल पूरे होने से पहले सीएम प्रशासन में इस बदलाव को लागू करने के मिशन पर हैं। इसी कड़ी में सरमा ने इस बदलाव को लेकर एलान किया है।
पुलिसबल को फिट रखने की पहल
असम सीएम ने कहा कि पुलिसकर्मियों को इस तरह की वीआरएस की पेशकश कुछ और राज्यों में भी मौजूद हैं। हालांकि, असम में यह पहली बार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “यह एक पुराना नियम है, लेकिन हमने पहले इसे लागू नहीं किया था।” उन्होंने कहा कि वीआरएस लेने के बाद भी इन आदतन शराबी जवानों को पूरी सैलरी मिलती रहेगी, बस उनकी जगह कोई नया जवान ले लेगा।
इससे पहले गुरुवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत में सरमा ने निर्देश दिए थे कि वे पुलिसबल से अनावश्यक लोगों को बाहर करें और शारीरिक तौर पर फिट लोगों को ही जगह दें। सरमा ने कहा था कि जो लोग आदतन शराबी हैं या बहुत ज्यादा मोटे हैं या जिनके ऊपर भ्रष्टाचार के कई केस हैं, उन्हें या तो वीआरएस या सीआरएस मुआवजा देकर फोर्स से हटाया जाए।