केरल में भारी बारिश की भविष्यवाणी के मद्देनजर त्रिशूर, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में स्कूल, कॉलेज और ट्यूशन सेंटर सहित सभी शैक्षणिक संस्थान शुक्रवार, 2 अगस्त को बंद रहेंगे. मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार तक वायनाड जिले में ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है. वायनाड पहले से ही बड़े पैमाने पर भूस्खलन से प्रभावित है, जिसमें कथित तौर पर 290 से अधिक लोगों की जान चली गई है.
ओमाननोरमा की रिपोर्ट के अनुसार, पलक्कड़ जिला कलेक्टर ने शुक्रवार को स्कूलों, आंगनबाड़ियों, ट्यूशन केंद्रों और मदरसों में छुट्टी की घोषणा की है. इसमें कहा गया है कि नवोदय जैसे कॉलेजों और आवासीय स्कूलों को पलक्कड़ में काम करने की अनुमति है.
करीब 200 के लापता होने का अंदाजा
केरल के वायनाड में दो दिन पहले हुए भूस्खलन में करीब 200 लोग अब भी लापता हैं. 225 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से अधिकतर मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित इलाकों से हैं..
आपदा प्रभावित क्षेत्र में बचाव कार्यों का समन्वय कर रहे राजन ने बताया कि विभिन्न एजेंसियों और सशस्त्र बलों के 1,300 कर्मियों ने भारी मशीनरी की मदद के बिना, बारिश, हवा और कठिन भूभाग का सामना करते हुए क्षेत्र में संयुक्त खोज और बचाव अभियान चलाया.
लापता लोगों की संख्या स्पष्ट नहीं
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कई नेताओं ने विस्थापित लोगों से मुलाकात की और उनके साथ एकजुटता व्यक्त की. विजयन ने कहा कि लापता व्यक्तियों के शवों को बरामद करने के लिए आपदा प्रभावित क्षेत्र और नदी में खोज जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि सेना द्वारा चूरलमाला और मुंडक्कई के बीच बनाए जा रहे बेली ब्रिज के पूरा होने से बचाव कार्यों के लिए आवश्यक उपकरण आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाए जा सकेंगे. राजन ने कहा कि अधिकारियों ने अभी तक लापता लोगों की संख्या स्पष्ट नहीं हो सकी है.