चेन्नई। करूर भगदड़ की घटना को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। इस बीच सत्तारूढ़ डीएमके ने अभिनेता से नेता बने विजय पर सीधा हमला बोला है। पार्टी के मुखपत्र मुरासोली में प्रकाशित लेख में कहा गया कि विजय का हालिया वीडियो उनके "अहंकार और सत्ता की भूख" को दर्शाता है।

डीएमके ने तंज कसते हुए लिखा कि विजय ने मृतकों के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा सरकार के दबाव में की। सरकार ने जब 10 लाख की सहायता की बात कही, तो विजय ने तुरंत उससे दोगुनी राशि देने का ऐलान कर दिया। लेख में व्यंग्य करते हुए कहा गया कि "अगर सरकार एक लाख देती, तो विजय दो लाख देने की घोषणा कर देते।"

स्टालिन का भाजपा पर पलटवार
इधर, मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने करूर मामले पर भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह इस त्रासदी पर राजनीति कर रही है और उसे जनता की चिंता से ज्यादा चुनाव की चिंता है।
रामनाथपुरम जिले में विकास कार्यों के उद्घाटन समारोह में स्टालिन ने कहा कि "तमिलनाडु में जब तीन बड़ी आपदाएं आईं और हजारों लोग प्रभावित हुए, तब केंद्र सरकार ने कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा, न ही सहायता दी। लेकिन करूर हादसे पर भाजपा ने तुरंत अपना दल भेज दिया। मणिपुर हिंसा, गुजरात की घटना और कुंभ मेले में हुई मौतों पर भाजपा की चुप्पी साफ दिखाती है कि उसे लोगों की नहीं, बल्कि वोट की चिंता है।"

एआईएडीएमके पर भी वार
स्टालिन ने विपक्षी एआईएडीएमके को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य के हितों की अनदेखी कर रही है, लेकिन एआईएडीएमके विरोध करने के बजाय उसका समर्थन कर रही है। स्टालिन ने कहा कि "जनता की आवाज बुलंद करने के बजाय एआईएडीएमके भाजपा की गुलामी कर रही है।"