दिल्ली के जंतर मंतर पर 15 दिन से अपनी मांगों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे हैं। बीते दिनों दिल्ली पुलिस से धरना स्थल पर पहलवानों से हुई झड़प के बाद पहलवानों ने किसानों से धरना स्थल पर पहुंचे की अपील की थी, जिसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने 7 मई को देशभर में पहलवानों के समर्थन में प्रदर्शन करने का एलान किया था। अब जानकारी आ रही है कि भारतीय किसान यूनियन टिकैत के अध्यक्ष नरेश टिकैत किसानों का समर्थन करने जंतर मंतर पहुंच चुके है।

दिल्ली पुलिस ने सीमाओं पर बढ़ाई सुरक्षा

हरियाणा के कई खाप पंचायतों और संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा पहलवानों को समर्थन देने और दिल्ली आने की घोषणा के बाद से बदरपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिसकर्मियों व अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया

इसी कड़ी में दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद से लगने वाली सीमा बदरपुर बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। पुलिस बैरिकेड के साथ ही आने-जाने वाले वाहनों की जांच के बाद ही आगे जाने की अनुमति दे रही है। फिलहाल स्थिति सामान्य बनी हुई है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मामला दर्ज

पहलवानों ने दावा किया कि 6 महिला पहलवान और एक नाबालिग पहलवान ने WFI के अध्यक्ष के खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस थाना में यौन उत्पीड़न की शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया। इसके बाद पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था और जवाब मांगा था। इसके बाद पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद पहलवान अब खेल मंत्रालय से उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।

बता दें कि पहलवानों ने इस साल के शुरुआत में WFI के अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया। तब खेल मंत्रालय के दखल के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया और इस मामले में जांच के लिए एक समिति का गठन किया था, लेकिन अब पहलवानों ने समिति पर ही सवाल उठा दिए हैं।