आगामी 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी खेमे- इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार सेवानिवृत्त जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी ने सभी दलों के सांसदों को पत्र लिखा है। रेड्डी का मुकाबला एनडीए के प्रत्याशी और महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके सीपी राधाकृष्णन से है। दोनों पक्ष अपने समीकरण मजबूत करने के साथ ही सत्ताधारी और विपक्षी दलों के सहयोग को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं।

हैदराबाद में रेड्डी ने कहा, "मेरे प्रतिद्वंद्वी इस समय बोल नहीं रहे हैं। यदि दोनों उम्मीदवार बहस में शामिल हों, तो चुनाव से पहले बहस संभव है। मैं विपक्ष का उम्मीदवार हूं और गैर-इंडिया ब्लॉक पार्टियों से भी समर्थन मिला है। उपराष्ट्रपति पद का चुनाव मेरे लिए संविधान के साथ लंबी यात्रा का हिस्सा है। मुझे विश्वास है कि 2025 का चुनाव निष्पक्ष, प्रतिष्ठित और मर्यादित होगा।"

संविधान और चुनाव आयोग पर टिप्पणी
रेड्डी ने कहा, "हमारा राज्य बहुसंख्यकवादी नहीं है। संविधान किसी को शक्ति नहीं देता, बल्कि उसे सीमित करता है।" उन्होंने चुनाव आयोग के कामकाज की भी समीक्षा की और कहा कि संविधान के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती आयोग की कार्यप्रणाली में है।

विपक्ष का रणनीतिक दांव: न्यायप्रिय छवि वाले रेड्डी
79 वर्षीय जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी जुलाई 2011 में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए थे। इसके पहले वे आंध्र प्रदेश और गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। उनके न्यायिक करियर में कई अहम फैसले शामिल हैं, जैसे काला धन मामले में केंद्र सरकार की ढिलाई की आलोचना, छत्तीसगढ़ की सलवा जुडूम नीति को असंवैधानिक ठहराना और काले धन की जांच के लिए एसआईटी का गठन। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मानते हैं कि रेड्डी सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के स्थायी और साहसी समर्थक हैं। वे तेलंगाना में जातिगत सर्वेक्षण कराने वाली समिति के अध्यक्ष के रूप में भी चर्चा में रहे हैं।

सत्ताधारी दल का रणनीतिक कदम
रेड्डी के सांसदों को पत्र लिखने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के सभी सांसदों को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया। एनडीए के वरिष्ठ नेता के मुताबिक, यह आयोजन गठबंधन की एकता को मजबूत करने में मदद करेगा। एनडीए का दावा है कि उनके उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को सभी सहयोगियों का पूर्ण समर्थन प्राप्त है, लेकिन रात्रिभोज से मतदान के दौरान सांसदों के बीच समन्वय और एकता सुनिश्चित होगी।