2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में एक और गवाह मुकर गया है। इस मामले की सुनवाई कर रही एक विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अदालत ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी। जो ताजा गवाह अपनी गवाही के मुकरा है उसके बारे में कहा जाता है कि वह 2006-07 में कुछ समय के लिए आरोपी सुधाकर चतुर्वेदी का मकान मालिक था। गवाह ने इस बात से इनकार कर दिया है कि उसने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को कोई बयान दिया था। इस मामले में यह 24वां गवाह है जो मुकर गया है।
इनमें से कुछ गवाहों ने महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) को अपने बयान दिए हैं। एटीएस शुरू में इस मामले की जांच कर रही थी। वहीं कुछ गवाहों ने वर्तमान जांच एजेंसी एनआईए को भी अपने बयान दिए थे, लेकिन अब वे मुकर गए हैं। इससे पहले मार्च में मामले का एक और गवाह मुकर गया था। गवाह, एक पूर्व सैन्य अधिकारी था। मामले के एक आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद एसएल पुरोहित आज सुनवाई के दौरान कोर्ट में मौजूद थे। गवाह ने लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित को छोड़कर किसी को भी पहचानने से इनकार कर दिया।
मालेगांव विस्फोट मामला 2008 का है। मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर दूर उत्तरी महाराष्ट्र के मालेगांव में एक मस्जिद के पास मोटरसाइकिल से बंधे एक विस्फोटक के फटने से छह लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए। मामले के सभी सात आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, समीर कुलकर्णी, सेवानिवृत्त मेजर रमेश उपाध्याय, सुधाकर चतुर्वेदी, अजय रहीलकर और सुधाकर चतुर्वेदी मामले के अन्य आरोपी हैं।