स्वास्थ्य जगत में इस साल का नोबेल पुरस्कार चिकित्सा और फिजियोलॉजी के क्षेत्र में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) की गहन समझ के लिए दिया गया है। मैरी ई. ब्रुनको, फ्रेड राम्सडेल और शिमोन साकागुची को 2025 का यह नोबेल पुरस्कार उनके अभूतपूर्व शोधों के लिए सम्मानित किया गया।

इन शोधों ने यह स्पष्ट किया कि प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करना अत्यंत जरूरी है, अन्यथा यह हमारे अपने अंगों पर भी हमला कर सकती है। इनके निष्कर्ष अनुसंधान के नए आयाम खोलते हैं और इससे कैंसर व ऑटोइम्यून रोगों के इलाज को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद मिल सकती है।

इस खोज के महत्व को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि यह मानव स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।