कल देश के नए उपराष्ट्रपति का ऐलान होने वाला है। इस बार के उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन और विपक्षी गठबंधन के बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला है। वहीं, दो राजनीतिक दल—बीआरएस और बीजू जनता दल—ने मतदान से दूर रहने का ऐलान किया है। उपराष्ट्रपति पद 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद रिक्त हुआ था। अब इस पद के लिए मध्यावधि चुनाव कल, 9 सितंबर को संपन्न होगा।
बीआरएस और बीजद ने मतदान से किया दूरी का ऐलान
उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक एक दिन पहले, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष टी. रामा राव ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी। इसी प्रकार, बीजू जनता दल के नेता सस्मित पात्रा ने भी पार्टी की अनुपस्थिति की घोषणा की।
अन्य दलों की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं
इस बीच एनडीए और विपक्षी इंडिया गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है। हालांकि, बीआरएस और बीजद के हटने के बाद अकाली दल, जेडपीएम, वीओटीटीपी और तीन निर्दलीय सांसदों की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट संकेत नहीं आया है।
एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन की जीत लगभग पक्की
संसद में सांसदों की संख्या के आधार पर एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को बहुमत मिलने की संभावना है। वर्तमान में मतदाताओं की संख्या 781 है, जबकि सात सीटें रिक्त हैं।
राजनीति बनाम न्यायपालिका
उपराष्ट्रपति पद के लिए यह चुनाव भाजपा के अनुभवी और विश्वसनीय नेता राधाकृष्णन और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश सुदर्शन रेड्डी के बीच हो रहा है। इस चुनाव को राजनीति और न्यायपालिका के बीच संघर्ष के रूप में भी देखा जा रहा है।