पंजशीर में तालिबान के कब्जे पर भड़का ईरान, पाकिस्तान को भी दी कड़ी चेतावनी

पंजशीर में तालिबान के समर्थन में पाकिस्तानी एयरफोर्स के उतरने को लेकर ईरान ने सख्त नाराजगी जताई है और पाकिस्तान के खिलाफ जांच की मांग की है। पंजशीर में पाकिस्तानी ड्रोन अटैक की ईरान ने सख्त आलोचना की है और ईरान ने कहा है कि किसी भी बाहरी ताकत के द्वारा अफगानिस्तान की जमीन पर हमला किया जाना सरासर गलत है और फौरन इसकी जांच होनी चाहिए।

पाकिस्तान पर भड़का ईरान

दरअसल, पंजशीर में तालिबानी आक्रमण के बाद पाकिस्तान ने तालिबान के समर्थन में एयरफोर्स को उतार दिया है और पाकिस्तानी एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर की तस्वीरें भी सामने आ गईं हैं, जिसके बाद भड़के ईरान ने फौरन पाकिस्तान की जांच की मांग की है। तालिबान ने दावा किया है कि उसने पंजशीर पर कब्जा जमा लिया है। वहीं नॉर्दर्न एलायंस ने तालिबान के दावों को झूठा बताया है और कहा है कि तालिबान का अभी तक पंजशीर पर कब्जा नहीं हो पाया है और तालिबान झूठ बोल रहा है। वहीं, नॉर्दर्न एलायंस ने तालिबान के साथ गुरिल्ला वार शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह कहां है। रिपोर्ट है कि उनके घर पर देर रात पाकिस्तान एयरफोर्स ने जमकर बमबारी की है, जिसके बाद वो अपनी जान बचाने के लिए पहाड़ों में दूसरे नेताओं के साथ छिप गये हैं।

मारे गये नेताओं को श्रद्धांजलि

वहीं, पाकिस्तानी एयरफोर्स द्वारा किए गये हमले के बाद ईरान ने मारे गये नॉर्दर्न एलायंस के नेताओं को श्रद्दांजलि दी है। सोमवार को ईरान की विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट कर पंजशीर में किए गये पाकिस्तानी हमले की जमकर निंदा की है। ईरान ने कहा है कि बीती रात पंजशीर पर जो हमला हुआ है, वो निंदनीय है और हमले में जिन अफगान नेताओं की जान गई है, उन्हें ईरान श्रद्धांजलि दे रहा है। आपको बता दें कि ईरान ने अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार को मान्यता देने से इनकार कर दिया है।

पंजशीर पर पाकिस्तानी हमला

पाकिस्तानी हेलीकॉप्टर की तस्वीर सामने आते ही इसकी पुष्टि हो गई है कि पाकिस्तान पूरी दुनिया के साथ डबल गेम खेल रहा है। पाकिस्तान सीधे तौर पर एक आतंकवादी संगठन की मदद कर रहा है। नॉर्दर्न एलायंस के प्रमुख कमांडर सालेह मोहम्मद की मौत के साथ ही तालिबान ने दावा किया है कि पंजशीर की तालिबान के हाथों हार हो गई है। पंजशीर अब तक एक ऐसा किला था, जिसे सोवियत संघ भी फतह नहीं कर पाया था, लेकिन तालिबान ने पाकिस्तान एयरफोर्स और आईएसआई की मदद से पंजशीर को हराने का दावा किया है।

अमरूल्ला सालेह के घर पर बमबारी

हालांकि, नॉर्दर्न एलायंस ने तालिबान के दावे का खंडन कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान ने पंजशीर जीतने के लिए 10 हजार लड़ाकों को उतार दिया था और बीति रात पाकिस्तानी एयरफोर्स ने लगातार पंजशीर पर हमले किए हैं। पाकिस्तानी एयरफोर्स ने अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह के घर पर भयानक बमबारी की है, जिसके बाद रिपोर्ट आ रही है कि वो जान बचाने के लिए पहाड़ों में छिप गये हैं, लेकिन एंटी तालिबान फोर्स के प्रमुख कमांडर सालेह मोहम्मद की मौत हो गई।

कई अफगान नेता मारे गये

तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा कर लिया था, लेकिन पंजशीर उसके लिए नाक का सवाल बन गया था और तालिबान किसी भी हालत में पंजशीर पर कब्जा करना चाहता था। लेकिन, पंजशीर पर तालिबान कब्जा नहीं कर पा रहा था। तालिबान ने सैकड़ों लड़ाकों को पंजशीर पर कब्जा करने के लिए भेजा, लेकिन सभी के सभी नॉर्दर्न एलायंस के हाथों मारे गये। जिसके बाद तालिबान की मदद के लिए पाकिस्तानी एयरफोर्स पहुंच गई। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछली रात पाकिस्तानी एयरफोर्स लगातार तालिबान को पंजशीर में हवाई रास्ते के जरिए उतार रहा था, वहीं पाकिस्तानी वायुसेना लगातार उन ठिकानों पर हमला कर रही थी, जहां से नॉर्दर्न एलायंस का ऑपरेशन चल रहा था। पाकिस्तान एयरफोर्स की मदद से तालिबान ने अहमद मसूद के मुख्य प्रवक्ता फहीम दश्ती और शीर्ष कमांडर साहिब अब्दुल वद्दू झोर को भी मार दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here