एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को केंद्र और झारखंड की सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि रांची में हुई हिंसाक घटनाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों की बराबर जिम्मेदारी है। हिंसा में दो लोगों की जान भी गई थी, केंद्र की भाजपा सरकार और राज्य की जेएमएम नेतृत्व की सरकार इसके लिए जिम्मेदार हैं।
रांची एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अग्निपथ भर्ती प्रक्रिया के जरिए युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त जब चीन के सैनिक हमारी जमीन पर खड़े हैं और पाकिस्तान लगातार खतरा बना हुआ है, हमारी सेना में एक लाख से ज्यादा पद खाली हैं। हमारी सरकार क्या कर रही है, वो अग्निपथ स्कीम के जरिए 45 हजार नौकरी लेकर आई है, वो भी सिर्फ चार साल के लिए।
उन्होंने कहा कि चार साल में वे क्या सीखेंगे? कोई महंगाई भत्ता, चिकित्सा भत्ता और बीमा नहीं है। सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना चाहती है। हैदराबाद के सांसद ओवैसी मंदार विधानसभा सीट पर उपचुनाव के प्रचार के लिए झारखंड में हैं।
राज्य की राजधानी में सांप्रदायिक हिंसा पर उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार और झारखंड में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार इस घटना के लिए जिम्मेदार है, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए थे। भाजपा ने पहले नुपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की होती, ऐसी घटना नहीं होती। दिलचस्प बात यह है कि झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार ने निहत्थे लोगों पर गोली चलाने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
उन्होंने कहा कि सरकार को उन परिवारों की मदद करनी चाहिए जिनके बच्चे हिंसा में मारे गए। ओवैसी ने दावा किया कि स्थानीय प्रशासन ने उन्हें रांची शहर के होटलों में ठहरने की अनुमति नहीं दी और सीधे रांची जिले के चान्हो प्रखंड में रैली स्थल पर जाने को कहा।
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने मुझसे कहा कि चूंकि निषेधाज्ञा लागू है, इसलिए मैं शहर में नहीं रह सकता। इसलिए मैं सीधे कार्यक्रम स्थल पर जा रहा हूं। ओवैसी निर्दलीय उम्मीदवार देव कुमार धन के लिए प्रचार करेंगे। आदिवासी निर्वाचन क्षेत्र मंदार में उपचुनाव 23 जून को होना है। मतों की गिनती 26 जून को होगी।