दिल्ली मेयर का चुनाव एलजी विनय सक्सेना द्वारा स्थगित करने के बाद आज एमसीडी सदन की बैठक बुलाई गई। बैठक शुरू होते ही आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया। आम आदमी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन और भाजपा दोनों ही एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। आप पार्षदों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी दलित को मेयर नहीं बनने देना चाहती।
आम आदमी पार्टी ने भाजपा को दलित विरोधी बताते हुए सदन के बाहर प्रदर्शन किया। आप पार्षदों के साथ विधायक भी प्रदर्शन में शामिल हुए। वहीं, सदन में मेयर ने कहा कि एलजी ने मेयर चुनाव कराने के लिए पीठासीन अधिकारी नामित नहीं किया, ये ही संविधान की हत्या है। मेयर ने सदन की बैठक स्थगित कर दी। विज्ञापन
‘ये लोग दलितों को रोकने की साजिश रच रहे हैं’
शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा वाले देश में दलितों और पिछड़ों को आगे बढ़ते हुए नहीं देख पा रहे हैं। ये लोग दलितों को रोकने की साजिश रच रहे हैं। दिल्ली एमसीडी में इस बार दलित समाज का मेयर बनना था, लेकिन इन्होंने चुनाव रद्द करके अपनी दलित विरोधी मानिसकता और संविधान को खत्म करने का एक और प्रमाण दिया है।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान में अधिकार दिया है कि एमसीडी के मेयर पद पर एक बार दलित समाज का व्यक्ति बैठकर सेवा करेगा। भाजपा से यह देखा नहीं गया और इन्होंने चुनाव ही रद्द कर दिए। इस बार इनके दलित और संविधान विरोधी इस काम में मोहरा बने भाजपा के एलजी साहब। आज जब दलित का बेटा दिल्ली का मेयर बनने वाला था तो इन्होंने साजिश करके मेयर का चुनाव रोक दिया।