लखनऊ। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़ी हुई एक जमीन के सौदे में लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद सियासत गर्मा गई है। इस मामले को लेकर एक के बाद एक नेता लगातार सवाल खड़ा कर रहे हैं और मामले की जांच कराने की मांग की है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि रामलला का भव्य मंदिर निर्माण राम द्रोहियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा।
जमीन खरीद विवाद से जुड़े मामले को लेकर उपमुख्यमंत्री मौर्य ने मंगलवार को तीन ट्वीट किए। उन्होंने सर्वप्रथम ट्वीट किया कि राम भक्तों को राम द्रोही उपदेश न दें। इसके तुंरत बाद ही उन्होंने लिखा कि राम भक्तों का भरोसा अटल राजनीति स्वीकार नहीं और फिर उन्होंने तीसरा ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि रामलला का भव्य मंदिर निर्माण राम द्रोहियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा।
इससे पहले केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को साफ कर दिया था कि अगर कोई भी दोषी पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा था कि अगर किसी ने भी गड़बड़ की होगी तो ट्रस्ट उसकी जांच करेगी और फिर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच की मांग की थी। सिंह ने रविवार को सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा था कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपये की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी जो सीधे सीधे धनशोधन का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराए।
वहीं, समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे एवं अयोध्या के पूर्व विधायक पवन पांडे ने भी अयोध्या में राय पर भ्रष्टाचार के ऐसे ही आरोप लगाए और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।