कोविड-19 वैक्सीन: 18-59 आयु वर्ग में सिर्फ 12 फीसदी ने ली एहतियाती खुराक

18-59 वर्ष के आयु वर्ग में पात्र 77 करोड़ आबादी में से लगभग सिर्फ 12 प्रतिशत ने अब तक कोविड-19 वैक्सीन की एहतियाती खुराक ली है। अधिकारियों ने कहा कि इसके अलावा 60 वर्ष और उससे अधिक आयु की 16.80 करोड़ आबादी में से 35 प्रतिशत स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को एहतियाती खुराक दी गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अब तक कुल 15.66 करोड़ एहतियाती खुराक दी जा चुकी हैं जिसमें 15 जुलाई से अब तक ‘कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव’ शुरू होने के बाद से दी गई 10.39 करोड़ खुराक भी शामिल हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि 18-59 वर्ष की आयु के 64,89,99,721 पात्र आबादी को 14 जुलाई तक 8 प्रतिशत एहतियाती खुराक दी गई है। 15 जुलाई को शुरू किए गए इस अभियान के तहत अब तक सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा 9,28,598 विशेष टीकाकरण शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। इसमें रेलवे स्टेशनों (4,259), बस स्टेशनों (9,183), हवाई अड्डों (370), स्कूलों और कॉलेजों (1,16,675), धार्मिक स्थलों के रास्ते में (3,522) और अन्य स्थानों पर शिविर (7,94,589) शामिल हैं। 

15 जुलाई से अब तक कोविशील्ड की 10,16,78,376 खुराक, कोवैक्सिन की 1,68,14,771 खुराक और कॉर्बेवैक्स की 85,03,008 खुराकें दी जा चुकी हैं। 15 जुलाई को सरकार ने सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोगों को एहतियाती खुराक देने के लिए 75-दिवसीय विशेष अभियान चलाया था। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए सरकार के आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में पात्र आबादी के बीच कोविड-19 वैक्सीन एहतियाती खुराक को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अभियान ‘कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत की 98 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक मिली है, जबकि 92 प्रतिशत को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है।

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