मुरादाबाद के क्षितिज शैलेंद्र बने इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति

मुरादाबाद के लाजपत नगर निवासी क्षितिज शैलेंद्र हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति बनाए गए हैं। वह पिछले बीस साल से हाईकोर्ट में वकालत कर रहे हैं। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम की संस्तुति के बाद केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में क्षितिज शैलेंद्र की नियुक्ति हाईकोर्ट इलाहाबाद में की गई है।

क्षितिज शैलेंद्र की संपूर्ण शिक्षा मुरादाबाद में हुई है। मुरादाबाद कचहरी में उन्होंने अपने पिता नामचीन अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार जौहरी के संरक्षण में दो साल तक वकालत की थी। वह दि बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी के भी सदस्य रहे हैं। 2002 में वह हाईकोर्ट चले गए थे। इसके बाद वह हाईकोर्ट में ही प्रैक्टिस कर रहे थे। परिवार में पत्नी मीनल, दो बेटों में बड़ा बेटा कनिष्क जौहरी सीए और छोटा अंतरिक्ष जौहरी बारहवीं का छात्र है। न्यायमूर्ति क्षितिज की माता निर्मला जौहरी शहर के बलदेव आर्य इंटर कॉलेज में अध्यापिका थीं। बड़े भाई नीरज महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रहकर व्यापार करते हैं। जबकि बहन मनीषा अजमेर में रहती हैं।

2002 में चले गए थे इलाहाबाद
14 जुलाई 1975 में मुरादाबाद के लाजपत नगर में जन्मे क्षितिज शैलेंद्र (48) की शुरुआती शिक्षा आरएन चिल्ड्रेन अकादमी में हुई। इसके बाद उन्होंने एसएसबी इंटर कॉलेज, मुरादाबाद इंटर कॉलेज, हिंदू कॉलेज में पढ़ाई के बाद देहरादून से एमबीए किया था। इसके अलावा उन्होंने केजीके कॉलेज से लॉ किया था। पिता के साथ कचहरी में वकालत की एबीसीडी सीखी। करीब दो साल तक यहां प्रैक्टिस करने के बाद 2002 में इलाहाबाद चले गए थे। इस बीच वह मुरादाबाद आते जाते रहते हैं। 2018 में उन्होंने लाजपत नगर स्थित अपना घर बेच दिया और फिर इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में शिफ्ट हो गए।

सामाजिक साहित्यिक संस्थाओं से जुड़े थे पिता, ससुर हैं इंटर कॉलेज के प्रबंधक
हाईकोर्ट के न्यायाधीश बने क्षितिज शैलेंद्र के पिता शैलेंद्र जौहरी नामचीन अधिवक्ता थे। इसके अलावा वह सामाजिक, साहित्यिक संस्थाओं से जुड़े थे और बड़े आयोजन कराते थे। क्षितिज ने बताया कि उनकी पत्नी मीनल का मायका भी मुरादाबाद में ही है। मीनल के पिता अशोक अग्रवाल आरएन इंटर कॉलेज के प्रबंधक हैं।

मुरादाबाद के अधिवक्ताओं में खुशी की लहर
मुरादाबाद कचहरी में प्रैक्टिस कर चुके क्षितिज शैलेंद्र हाईकोर्ट के न्यायाधीश बने तो यहां भी अधिवक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। अधिवक्ता संजीव राघव, राम मोहन श्रीवास्तव, राकेश जौहरी, सुनील विश्नोई, नवनीत शमशेरी, आनंद मोहन गुप्ता, प्रदीप सिन्हा उर्फ बबली, अशोक कुमार सक्सेना, अभय कुमार सिंह, सुनील कुमार सक्सेना, अरुणदीप चौहान समेत अन्य अधिवक्ताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।

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