ग्लेशियर टूटने से तबाही, पांच टन जरूरी सामान लेकर देहरादून पहुंचा सुपर हरक्यूलिस, तेज होगा रेस्क्यू

भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने बताया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों में मदद के लिए वायुसेना के दो MI-17 और एक ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि अगर जरूरत पड़ी तो आवश्यकता के अनुसार और विमान तैनात किए जाएंगे.

ग्लेशियर टूटने की घटना में 7 लोगों की मौत

मराज्य आपदा प्रबंधन केंद्र ने कहा है कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना में 7 लोगों की मौत हुई है, 6 लोग घायल और लगभग 170 लोग लापता हैं. वहीं, NDRF के IG ने कहा कि विभिन्न एंजेसियां काम कर रही हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके. जो लोग सुरंग के बाहर फंसे थे उन्हें ITBP द्वारा सुरक्षित निकाला गया है. जो लोग सुरंग के अंदर फंसे हैं उन्हें बचाने का कार्य जारी है.

IAF का सुपर हरक्यूलिस विमान पहुंचा देहरादून

भारतीय वायुसेना का सुपर हरक्यूलिस विमान C130 में हिंडन से उड़कर देहरादून के जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंच गया है. इस विमान में 5 टन भार के उपकरण ले जाए गए हैं और साथ में साठ NDRF के जवान गए हैं. अतिरिक्त NDRF टीमों के लिए हिंडन पर एक और C130 और एक AN 32 विमान तैयार है. तीन Mi-17 जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर तैनात हैं जो एनडीआरएफ टीमों को एयरलिफ्ट करेंगे.

तपोवन हादसे पर गोवा सीएम ने किया दुख व्यक्त

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि उत्तराखंड में तपोवन में ग्लेशियर के टूटने की घटना पर मैं दुख व्यक्त करता हूं. प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह स्थिति का लगातार जायजा ले रहे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन वहां चल रहा है.

पीएम आपदा पर ले रहे हैं पल-पल का अपडेट

NDRF आईजी अमरिंद कुमार सेंगर ने कहा है कि अगले 24-48 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा. वहीं, इस आपदा को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पल-पल की खबर ले रहे हैं. साल 2013 के केदारनाथ जैसे हालात नहीं हैं. पानी का स्तर कम हो रहा है इसलिए जानमाल के नुकसान की आशंका कम है.

उत्तराखंड हादसे पर सीएम शिवराज का बयान

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘उत्तराखंड में हुई इस भीषण दुर्घटना में राहत और बचाव कार्य जारी है. ITBP, NDRF,सेना के जवान और स्थानीय प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुटे हुए हैं. दुख की इस घड़ी में हम सब उत्तराखंड के साथ हैं. उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से हुई दिल दहला देने वाली दुर्घटना में कई अनमोल जिंदगियों के असमय निधन के समाचार से बहुत पीड़ा हुई. ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान देने और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’

देश इस दुख की घड़ी में उत्तराखंड के लोगों के साथ: ज्योतिरादित्य

BJP नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना दुखद है. पूरा देश इस दुख की घड़ी में उत्तराखंड के लोगों के साथ है. केंद्र और राज्य सरकार आपस में मिलकर जो भी सहायता कर सकते हैं वह करने की कोशिश कर रहे हैं. मेरी श्रद्धांजली सभी दिवंगत आत्माओं के साथ है.

विशेषज्ञ बता सकते हैं ग्लेशियर फटने का कारणः कम

उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि विशेषज्ञ ग्लेशियर फटने के पीछे का कारण बता सकते हैं, लेकिन हमारी सरकार अभी लोगों के जीवन को बचाने पर केंद्रित है.

विशेषज्ञों की टीम सोमवार को पहुंचेगी जोशीमठ

डीआरडीओ के हिम और हिमस्खलन विशेषज्ञों की एक टीम अपने नव-निर्मित रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान से कल उत्तराखंड में साइट पर स्थिति का आकलन करने के लिए पहुंचेगी, जहां फ्लैश फ्लड आई. टीम क्षेत्र के आसपास के ग्लेशियरों में स्थिति का आकलन करेगी.

टनल में मिले बेहोश तीन जवानI

TBP द्वारा सुरंग से निकाले गए 3 व्यक्तियों को ऑक्सीजन दी गई है क्योंकि वे सुरंग के अंदर बेहोश पाए गए थे. जवानों ने उन्हें स्ट्रेचर के जरिए सड़क पर सुरक्षित जगह पहुंचाया, जहां ऑक्सीजन दी गई.

पीएम मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान

पीएम नरेंद्र मोदी ने चमोली में ग्लेशियर के टूटने से आई तबाही में मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है. उन्होंने PMNRF से मृतकों के परजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.

सीएम रावत ने कहा- 2 पुलिस वाले हैं लापता

चमोली (तपोवन) में आई आपदा को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. सीएम रावत के साथ आईटीबीपी और सेना के अधिकारी भी मौजूद रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘एक प्रोजेक्ट जिसमें नुकसान हुआ है उसमें 35 लोग काम कर रहे थे. 2 टनल हैं, जिसमें से एक में 15 लोग और दूसरी में 35 लोग काम कर रहे थे. 2 पुलिस वाले अभी लापता हैं. एनटीपीसी का एक निर्माण कार्य चल रहा था जिसमें 176 लोग काम कर रहे थे. स्थानीय लोगों ने आपदा की जानकारी दी. गोचर से आईटीपीबी के 90 जवान पहुंच गए हैं.180 पशु आपदा में बह गए हैं. 125 लोग गयाब हैं. अभी तक 7 लोगों के शव को निकाला गया हैं.’

मृतकों के परिजनों को दिया जाएगा मुआवजाः सीएम रावत

सीएम त्रिवेंद्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘कुछ और एनडीआएफ के लोग और कल आएंगे. कुछ लोगों को सुरंग से सुरक्षित निकल लिया गया है, सुरंग लगभग 250मीटर लंबी है. बचाव के लिए 3 सेना के हेलीकाप्टर और 1 वायु सेना का हेलीकॉपटर बचाव कार्य में लगे हुए हैं. पीएम ने दो बार बात की. अमित शाह जी का मेरे पास दो बार फ़ोन आया और राष्ट्रपति जी का भी मेरे पास फ़ोन आया. इसके अलावा बिहार, गुजरात व अन्य राज्यों के CM के फ़ोन मेरे पास सहयता के लिए हैं. मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख का मुआवजा दिया जाएगा. हमारी सेना के लोग वहां पहुंच गए हैं. NDRF की एक टीम दिल्ली से यहां पहुंची है. मेडिकल सुविधा की दृष्टि से वहां सेना के, पैरामिलिट्री फोर्सेज के और हमारे राज्य के डॉक्टर वहां कैंप किए गए हैं. लगभग 125 के आस पास लोग मिसिंग है.’

अफवाहों से बचें: गजेंद्र सिंह शेखावत

जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है, ‘आपदा के बीच ITBP के जवानों ने उन 16 लोगों को बचा लिया है जो चमोली-तपोवन की एक सुरंग में फंस गए थे. हमारे जवान हर स्थान पर जीवन रक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं. केंद्र और राज्य सरकार मिलकर राहत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं. अफवाहों से बचें. सतर्क रहें.’

सीएम ने देहरादून में की अधिकारियों के साथ बैठक

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने चमोली जिले में रैणी, तपोवन आदि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद देहरादून लौटने पर सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम में अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की.

हम इस कठिन समय में उत्तराखंड के लोगों साथ खड़े हैंः राजनाथ

देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘ग्लेशियर के फटने से हुए नुकसान के बारे में मैं चमोली जिले के दृश्य देख रहा हूं. इस कठिन समय में हम त्रासदी से प्रभावित लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. उत्तराखंड के लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना कर रहा हूं.’

उत्तराखंड में त्रासदी की खबर बहुत दुखद: प्रियंका गांधी

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा, ‘उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से आई त्रासदी की खबर बहुत दुखद है. इस मुश्किल समय में पूरा देश उत्तराखंड के निवासियों के साथ खड़ा है. आपदा में फंसे लोगों के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं. सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि राहत और बचाव कार्यों में भरपूर सहयोग करें.’

सुरंग में फंसे 16 लोगों को ITBP ने बचाया

चमोली में तपोवन के पास सुरंग में 16 लोगों के फंसे होने के सूचना ITBP को मिली थी, जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और सभी वर्कर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया है.

उत्तराखंड के लोगों के साथ खड़ी है कांग्रेसः सोनिया गांधी

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, ‘उत्तराखंड में ‘ग्लेशियर के टूटने’, बाढ़ और तबाही की खबरें परेशान कर देने वाली है. मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करती हूं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं और वालंटियर से अनुरोध करती हूं कि वे राहत और बचाव के प्रयासों में लोगों और अधिकारियों की मदद करें. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस त्रासदी और संकट की घड़ी में उत्तराखंड के लोगों के साथ खड़ी है.’

नेवी की सात टीमों को स्टैंडबाय पर रखा

तपोवन बांध पर सुरंग के पास आईटीबीपी के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं. इस बीच भारतीय नौसेना की सात डाइविंग टीम को फ्लैश फ्लड रिलीफ ऑपरेशन के लिए तैयार रखा गया है. यह जानकारी भारतीय नौसेना के अधिकारी ने दी.

पुलिस ने जारी किया ट्रैफिक अपडेट

किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने अपडेट जारी किया है. टिकरी बॉर्डर दोनों तरफ के लिए बंद है. झारोदा कलां बॉर्डर, औचंदी बॉर्डर और हरवली ट्रैफिक के लिए बंद है. सिंघु, पियाउ मनियारी, सबोली, मुंगेशपुर बॉर्डर भी बंद है. लामपुर, साफियाबाद, सिंघु स्कूल और पल्ला टोल टैक्स बॉर्डर खुला है. गाजीपुर बॉर्डर भी दोनों तरफ से बंद है. गाजियाबाद जाने के लिए मुर्गा मंडी और गाजीपुर R/A, रोड नंबर 56, विकास मार्ग, आनंद विहार आईपी एक्सटेंशन और एनएच 24 का रोड खुला है.

उत्तराखंड के लिए देश प्रार्थना कर रहा हैः पीएम मोदी

पश्चिम बंगाल के हल्दिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज हम मां गंगा के एक छोर पर हैं. लेकिन, जो मां गंगा का उद्गम स्थल है, वो राज्य उत्तराखंड इस समय एक आपदा के सामना कर रहा है. एक ग्लेशियर टूटने की वजह से वहां नदी का जल स्तर बढ़ गया. नुकसान की खबरें धीरे धीरे आ रही हैं. मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, भारत सरकार के गृहमंत्री और NDRF के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हूं. उत्तराखंड में ऐसे परिवार मुश्किल से मिलते हैं जिनका कोई न कोई सदस्य फौज में न हो यानि वहां के लोगों का हौसला, किसी भी आपदा को मात दे सकता है. वहां के लोग के लिए मैं प्रार्थना कर रहा हूं, बंगाल प्रार्थना कर रहा है, देश प्रार्थना कर रहा है.’

निचले इलाकों में नहीं है खतरा

उत्तराखंड के डीजीपी ने कहा है कि श्रीनगर से अब नदी का बहाव सामान्य हो गया है. देवप्रयाग और निचले इलाकों के लोगों के लिए अब खतरे की बात नहीं है. पुलिस राहत बचाव तेजी से कर रही है.

सुरंग के पास पहुंचे आईटीबीपी जवान

आईटीबीपी के जवान 16-17 लोगों के फंसे होने से बचाने के लिए तपोवन बांध पर सुरंग के पास पहुंचे.

सर्च ऑपरेशन जारी

आईटीबीपी के डीजी एसएस देसवाल ने कहा है कि यह संदेह है कि साइट पर लगभग 100 वर्कर्स मौजूद थे, जिनमें से 9 से 10 श्रमिकों के शव नदी से बरामद किए गए हैं. सर्च ऑपरेशन चल रहा है. 250 आईटीबीपी के जवान मौजूद हैं, जल्द ही सेना पहुंचने वाली है. उत्तराखंड में तपोवन बांध के पास निर्माणाधीन सुरंग में लगभग 20 मजदूर फंसे हुए हैं. घटनास्थल पर तैनात ITBP की टीम बचाव अभियान चला रही है. लापता लोगों की जानकारी जुटाने के लिए हम एनटीपीसी की प्रबंधन टीम के संपर्क में हैं.

सुरंगों में फंसे श्रमिकों को बचाने पर दे रहे हैं ध्यानः उत्तराखंड CM

उत्तराखंड के CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘कर्णप्रयाग में आज 3 बजकर 10 मिनट पर नदी में पानी की बहाव की स्थिति से साफ है कि बाढ़ की सम्भावना बहुत ही कम है. हमारा विशेष ध्यान सुरंगों में फंसे श्रमिकों को बचाने में है और हम सभी प्रयास कर रहे हैं. किसी भी समस्या से निपटने के सभी जरूरी प्रयास कर लिए गए हैं.’

केंद्र ने दिया हरसंभव सहायता का आश्वासन

जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि उत्तराखंड के CM त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की है. उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया, हम सभी संभावित घटनाक्रमों पर नजर रख रहे हैं. केंद्र ने दिया हरसंभव सहायता का आश्वासन

बांध पर फंसे 16 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि तपोवन बांध पर फंसे 16 लोगों को पुलिस ने सुरक्षित स्थानों पर भेजा है. रेनी गांव के पास पुल बह जाने के कारण कुछ सीमा चौकियों से संपर्क पूरी तरह से बाधित हो गया है. यह जानकारी ITBP के प्रवक्ता ने दी है.

एक और शव हुआ बरामदत

पोवन के पास चमटोली गांव में एक और शव बरामद हुआ है. तपोवन NTPC कार्य स्थल के प्रभारी के अनुसार बैराज में 100 से अधिक मजदूरों और सुरंग में 50 से अधिक मजदूरों की जान चली गई. तपोवन एनटीपीसी स्थल पर 2 शव बरामद किए गए हैं. आईटीबीपी के 250 जवान, एमएंडएसआई औली की 3 टीमें साइट पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं.

फ्लड ने सबकुछ किया तबाह

नदी में ग्लेशियर गिरने के कारण ऋषि गंगा नदी में लगभग 10 बजकर 45 मिनट पर फ्लैश फ्लड आई, जिससे पानी की मात्रा बढ़ गई. इसके कारण रैनी गांव के पास ऋषि गंगा पनबिजली परियोजना पूरी तरह से तबाह हो गई. जोशीमठ मालारिया राजमार्ग पर बीआरओ पुल भी पूरी तरह ध्वस्त हो गया. ऋषिगंगा रैनी के पास धौली गंगा से मिलती है इसलिए धौली गंगा में भी बाढ़ आ गई. गांव के 6 घर भी बह गए. तपोवन के पास धौली गंगा नदी पर एक NTPC परियोजना थी, जोकि पूरी तरह से तबाह हो गई. नदी के दूसरी ओर के गांवों को जोड़ने वाले 2 झूला पुल भी बह गए.

तपोवन टनल में फंसे लोगों निकालने के लिए रेस्क्यू जारी

तपोवन टनल को खोलने के लिए आईटीबीपी के जवान खुदाई कर रहे हैं, जोकि मलबे के कारण पूरी तरह से ब्लॉक हो गई है. बताया जा रहा है कि कई लोग सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं. वहीं, रैनी गांव के पास पुल टूट जाने से पूरी तरह से संपर्क टूट गया है.

बिजनौरः गंगा इलाके के तटों से पलायन शुरू

चमोली में ग्लेशियर फटने को लेकर बिजनौर प्रशासन व पुलिस द्वारा बाढ़ की संभावना के मद्देनजर लोगों को आगाह किया जा रहा है. वहीं एसपी बिजनौर ने भी लोगों को एडवाइजरी जारी की है कि वे गंगा के तटों पर ना जाएं और होशियार रहें. ग्लेशियर फटने के कारण किसी वक्त भी बाढ़ आने की पूरी संभावना है. बरहाल, बिजनौर पुलिस भी गंगा के तमाम इलाकों में जाकर ऐलान कर लोगों को आगाह कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ तटीय इलाके के लोगों ने पलायन भी शुरू कर दिया है. लोग ट्रैक्टरों और बोगियों के जरिए अपने सामान को लेकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं.

मायावती ने कहा, केंद्र सरकार करे उत्तराखंड की मदद

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी की मुख्या मायावती ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के चमोली जिले में एवलांच अर्थात हिमस्खलन के बाद निचले कई इलाकों में हुई भारी जान-माल की तबाही की खबर अति-दुःखद. केंद्र इस आपदा से निपटने में राज्य सरकार की हर प्रकार की सहायता तत्काल सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग.’

3 लोगों की बॉडी रिकवर की गई: ITBP

ITBP के मुताबिक चमोली जिले के तपोवन इलाके में स्थित NTPC की साइट से अब तक 3 बॉडी रिकवर की गई हैं. इससे पहले उत्तराखंड के चीफ सेक्रेटरी कह चुके हैं कि इस प्राकृतिक आपदा में 100 से 150 लोगों की मौत होने की आशंका है. उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी किया हुआ है.

राहत और बचाव कार्य के लिए रेनी पहुंचे भारतीय सेना के 400 जवान

भारतीय सेना ने बताया है कि चमोली जिले के तपोवन इलाके में स्थित रेनी गांव में सेना ने चार कॉलम यानी लगभग 400 जवान, दो मेडिकल टीम और एक इंजीनियरिंग टास्क फोर्स तैनात की है. सेना का कहना है कि भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर्स भी राहत कार्य में जुटे हुए हैं.

चमोली पहुंचे त्रिवेंद्र सिंह रावत, लिया हालातों का जायजा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत चमोली पहुंच गए हैं. वहां उन्होंने जोशीमठ का जायजा लिया. तपोवन में मुख्यमंत्री रावत को बाढ़ की स्थिति के बारे में भारतीय सेना और ITBP के जवानों ने जानकारी दी.

कहीं पर नहीं है बाढ़ जैसे हाला: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया है कि फिलहाल अतिरिक्त जल प्रवाह की कोई जानकारी नहीं है और न ही कहीं बाढ़ की स्थिति है. प्रभावित इलाकों से होते हुए पानी नंदप्रयाग से आगे निकल गया है और नदी सामान्य स्तर से 1 मीटर ऊपर बह रही है. अलकनंदा के किनारे के गांवों से कोई नुकसान नहीं हुआ है.

NDRF की 3 टीमें पहुंची, और टीमें भेजी जा रही हैं: अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि NDRF की 3 टीमें प्रभावित इलाके में पहुंच चुकी हैं. कई टीमें दिल्ली से उत्तराखंड एयलिफ्ट की जा रही हैं. मैं उत्तराखंड के लोगों को आश्वासन देता हूं कि इस मुश्किल समय में मोदी सरकार उनके साथ खड़ी है और हर संभव मदद पहुंचाई जाएगी.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की ओर बढ़ रहे 600 जवान, बचाव कार्य में जुटे सेना

सेना के अधिकारियों ने बताया है कि सेना के 6 कॉलम यानी लगभग 600 जवान बाढ़ प्रभावित इलाकों की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने उत्तराखंड सरकार और NDRF की बाढ़ की स्थिति से निपटने में मदद के लिए चौपर्स और सैनिकों को तैनात किया है. ऋषिकेश के पास स्थित मिलिट्री स्टेशन स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में मदद कर रहा है.

सामान्य हो रहा है अलकनंदा में पानी का स्तर

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया है कि नंदप्रयाग के बाद अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है. अभी पानी का स्तर सामान्य से 1 मीटर ज्यादा है और ये लगातार घट रहा है. तमाम वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

बचाव कार्य में जुटे वायुसेना के तीन हेलीकॉप्टर

भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने बताया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों में मदद के लिए वायुसेना के दो MI-17 और एक ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि अगर जरूरत पड़ी तो आवश्यकता के अनुसार और विमान तैनात किए जाएंगे.

राहत कार्यों को लेकर कैबिनेट सेक्रेटरी करेंगे बैठक

उत्तराखंड के चमोली में आई प्राकृतिक आपदा के बाद राहत ऑपरेशन के लिए कैबिनेट सेक्रेटरी की बैठक शेड्यूल की गई है. इस बैठक में राहत कार्यों में जुटे बलों के डीजी और गृह मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे.

भारी संख्या में हो सकती है कैजुअल्टी- सूत्र

उत्तराखंड सरकार के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबि अभी कैजुअल्टी बढ़ सकती हैं. उन्होंने बताया कि मौसम अच्छा होने की वजह से नीचे रेलवे के प्रोजेक्ट पर लोग काम कर रहे थे. हालांकि अभी मजदूरों का कुछ पता नहीं चल रहा है, ऐसे में जो भी कयास लगाए जा रहे हैं उससे कहीं ज्यादा कैजुअल्टी हो सकती है.

प्रधानमंत्री मोदी ने की त्रिवेंद्र रावत से बात, स्थिति का लिया जायजा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तराखंड की प्राकृतिक आपदा को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बात की. उन्होंने बताया कि अधिकारी युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं और राज्य को हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी इस समय असम में हैं.

NDRF की कई टीम दिल्ली से उत्तराखंड रवाना

गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात करने के दौरान उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया था. इसके तुरंत बाद NDRF की कुछ और टीम दिल्ली से उत्तराखंड एयरलिफ्ट की गई. अमित शाह ने कहा कि वो लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं.

चमोली, जोशीमठ और अन्य बहाव क्षेत्र प्रभावित होंगे: NDRF डीजी

NDRF के डीजी एस.एन प्रधान ने बताया कि ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा नदी प्रभावित हुई और BRO द्वारा बनाए जा रहे एक पुल पर बाढ़ आ गई. ऋषिगंगा परियोजना को इससे काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि इसके चलते चमोली, जोशीमठ और अन्य बहाव क्षेत्र प्रभावित होंगे.

देवभूमि को पहुंचाई जाएगी हर संभव मदद, अमित शाह ने की त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात

गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा के बाद राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से फोन पर बात की है. अमित शाह ने बताया कि प्राकृतिक आपदा को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, ITBP और NDRF के डीजी से बात की है. उन्होंने बताया कि इस मामले से संबंधित सभी अधिकारी युद्ध स्तर पर राहत कार्य में जुटे हुए हैं. अमित शाह ने कहा कि देवभूमि को हर संभव मदद पहुंचाई जाएगी.

चमोली जिले में 100 से 150 लोगों के मारे जाने का डर: उत्तराखंड चीफ सेक्रेटरी

उत्तराखंड के चीफ सेक्रेटरी ओम प्रकाश ने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान बताया है कि चमोली जिले में आई इस बाढ़ के चलते 100 से 150 लोगों के मारे जाने का खतरा है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद स्थिति का जायजा लेने के लिए जोशीमठ के लिए रवाना हो गए हैं.

जोशीमठ रवाना हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत

प्राकृतिक आपदा का जायजा लेने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद जोशीमठ के लिए रवाना हो गए हैं. रावत के साथ सचिव आपदा प्रंबधन एस.ए मुरूगेशन भी हैं.

अब चमोली के पीपल कोटी पावर प्रोजेक्ट पर मंडरा रहा खतरा

जोशीमठ में तबाही मचाने के बाद ग्लेशियर का पानी चमोली पहुंच गया है. चमोली में इस पानी से पीपल कोटी पावर प्रोजेक्ट पर भी खतरा मंडरा रहा है. पानी थोड़ी देर में पीपलकोटी तक पहुंच जाएगा. ये पावर प्रोजेक्ट टीएचडीसी का है.

उत्तराखंड SDRF ने भी जारी किए हेल्पलाइन नंबर

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बाद उत्तराखंड SDRF ने भी तीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.+91135 2410197
+91135 2412197
+919456596190किसी भी प्रकार की सहायता के लिए इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं.

मदद के लिए 1905 पर भी कर सकते हैं कॉल

ग्लेशियर गिरने के चलते मची तबाही के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हेल्पलाइन नंबर 1070 और 9557444486 जारी किया. रावत ने थोड़ी देर बात एक और हेल्पलाइन नंबर 1905 भी जारी किया है. रावत का कहना है किसी को भी इस आपदा में कोई मदद चाहिए तो वो इन नंबरों पर संपर्क कर सकता है.

चमोली पहुंचा ग्लेशियर का पानी, वेग में आई कमी

चमोली पुलिस ने बताया है कि ग्लेशियर टूटने से बढ़ा हुआ पानी चमोली तक पहुंच गया है. उन्होंने बताया है कि नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है, लेकिन पानी का वेग कम हुआ है. हालांकि पुलिस ने नदी किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने और सतर्क रहने की अपील की है.

ITBP की दो टीम मौके पर, NDRF को देहरादून से भेजा गया: गृह राज्य मंत्री

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि ITBP की दो टीमें मौके पर पहुंच गई हैं. NDRF की तीन टीमों को देहरादून से रवाना किया गया और 3 अतिरिक्त टीमें शाम तक IAF हेलिकॉप्टर की मदद से वहां पहुंचेंगी. उन्होंने बताया कि SDRF और स्थानीय प्रशासन पहले से ही मौके पर मौजूद है.

नदी के किनारे वाले इलाके खाली कराए

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया है कि नदी के किनारे वाले इलाकों को खाली करा लिया गया है. श्रीनगर, धारी देवी, देवप्रयाग और अन्य इलकों को प्रशाशन ने खाली करा दिया है. श्रीनगर के समीप कीर्तिनगर ने क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है.

भागीरथी का फ्लो रोका, बहाव रोकने के लिए श्रीनगर और ऋषिकेष डैम खाली कराए

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया है कि एहतियातन भागीरथी नदी का फ्लो रोक दिया गया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “अलकनन्दा का पानी का बहाव रोका जा सके इसलिए श्रीनगर डैम और ऋषिकेष डैम को खाली करवा दिया है. SDRF अलर्ट पर है. मेरी आपसे विनती है अफवाहें न फैलाएं. मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं: त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तराखंड मुख्यमंत्री”

पुणे में भी NDRF टीम अलर्ट पर, घटना पर यूपी की भी पूरी नजर

पुणे में भी NDRF की टीम को अलर्ट पर रखा गया है. घटना की जानाकरी के बाद टीम को अलर्ट किया गया है. जैसे ही टीम को कोई निर्देश दिया जाएगा, वैसे ही NDRF के जवान रवाना हो जाएंगे.वहीं उत्तर प्रदेश में भी SDRF की टीमें अलर्ट कर दी गई हैं. उत्तराखंड में बांध टूटने से पैदा हुई परिस्थितियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के संबंधित विभागों और अफसरों को हाई एलर्ट पर रखा है. उन्होंने कहा है कि घटना पर मुस्तैदी से पूरी नजर रखी जाए.

ITBP के जवान रेस्क्यू में जुटे, स्टैंड बाय पर सेना

ITBP के 200 जवानों की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगाई गई है. वहीं भारतीय सेना के 4-5 कॉलम स्टैंड बाय पर रखे गए हैं. किसी भी पल जरूरत पड़ने पर इनको राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात किया जा सकता है.

सीएम ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर- 1070 और 9557444486

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस आपदा के चलते फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. ये हेल्पलाइन नंबर है- 9557444486. रावत ने ट्वीट कर कहा है, “अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें. कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं.”

घटनास्थल के लिए रवाना त्रिवेंद्र सिंह रावत, की अफवाह न फैलाने की अपील

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद घटनास्थल के लिए रवाना हो रहे हैं. उन्होंने ट्वीट कर बताया, “मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं – मेरी सभी से विनती है कि कृपया कोई भी पुराने वीडियो शेयर कर पैनिक ना फैलाएं. स्थिति से निपटने के सभी ज़रूरी कदम उठा लिए गए हैं. आप सभी धैर्य बनाए रखें.”

रुद्रप्रयाग: पुलिस, इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट समेत अन्य अधिकारी अलर्ट पर

जोशीमठ, तपोवन, धौलीगंगा में ग्लेशियर टूटने की सूचना के बाद जिलाधिकारी मनुज गोयल ने पुलिस, इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट सहित अन्य अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. ग्लेशियर टूटने के कारण अलकनंदा नदी के भी जलस्तर बढ़ने की प्रबल संभावना है. ऐसे में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशाशन ने जनपद रुद्रप्रयाग की जनता से अपील की है की नदी किनारे के स्थानों से दूर सुरक्षित स्थानों पर जाने का कष्ट करें.

बचाव कार्य के लिए रेनी गांव पहुंची रेस्क्यू टीम

रेस्क्यू टीम चमोली जिले के जोशीमठ इलाके में स्थित रेनी गांव पहुंच गए हैं. बचाव दल में STRF, NDRF, CRPF समेत दमकलकर्मी भी मौजूद है.

सुरक्षित स्थानों पर पहुंचें अलकनंदा नदी किनारे रहने वाले लोग- चमोली पुलिस

चमोली जनपद पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक तपोवन रैणी इलाके में ग्लेशियर आने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी नुकसान पहुंचा है, जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके चलते पुलिस ने अलकनंदा नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील की है कि जल्दी से जल्द सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं.

50 से 75 लोगों के बहने की आशंका

प्राकृतिक आपदा की जानकारी मिलते ही सभी एजेंसियां बचाव कार्य में जुट गई हैं. शुरुआती जानकारी के मुताबिक 50 से 75 लोगों के बहने की आशंका जताई जा रही है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here