लोकायुक्त पुलिस ने थाना प्रभारी को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा

सीहोर जिले में आने वाले श्यामपुर थाने के एसआई अर्जुन जायसवाल और होमगार्ड सैनिक अजय मेवाड़ा को शुक्रवार देर रात लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एसआई ओर उसके साथी ने चोरी की रिपोर्ट लिखने फरियादी से 25 हजार रुपये की मांग रखी थी। खास बात यह है कि शुक्रवार सुबह डीजीपी सुधीर सक्सेना ने जायसवाल की तारीफ की थी। 

एसपी मयंक अवस्थी का कहना है कि लोकायुक्त की कार्रवाई हुई है। हम भी मामले की जांच करेंगे। फिलहाल एसआई को लाइन अटैच और सस्पेंड नहीं किया है। लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी भगीरथ जाटव की शिकायत पर लोकायुक्त ने कार्रवाई कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। फरियादी जाटव ने लोकायुक्त को शिकायत में बताया था कि वह सीहोर का रहने वाला है। कुछ दिनों पहले उसकी बोलेरो चोरी हुई थी। चोरी की शिकायत कराने श्यामपुर थाने गया था। एसआई की टीम ने उसे धमकाया कि तुम झुठ बोल रहे हो। बाद में कहा कि अगर केस दर्ज कराना है तो 25 हजार रुपये लगेंगे। जाटव ने बताया कि वह 25 हजार देने के काबिल नहीं था। वह सप्ताह भर थाने के चक्कर काटता रहा। किसी ने भी उसकी बात नहीं सुनी। इस वजह से वह थक-हारकर लोकायुक्त के पास गया। जाटव के साथ मिलकर लोकायुक्त ने दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया। 

एक दिन पहले ही जायसवाल के काम को सराहा था डीजीपी ने 
शुक्रवार देर रात शिकायतकर्ता जाटव थाने पहुंचा तो एसआई जायसवाल ने कहा कि बैरक में मेवाड़ा है, उसे ही देना पैसे। जाटव बैरक में मेवाड़ा को पैसे देकर चला गया। थोड़ी देर बाद एसआई और मेवाड़ा मिले और एसआई ने पैसे रख लिए। इसी दौरान लोकायुक्त ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना ने शुक्रवार सुबह श्यामपुर थाने का निरीक्षण किया था। यहां उन्होंने एसआई जायसवाल के काम की तारीफ की थी।

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