इंदौर के हीरानगर थाना क्षेत्र में रेडीमेड कपड़ों का कारोबार करने वाले एक व्यवसायी ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 40 वर्षीय मिथुन (पुत्र गंगाराम), निवासी गणेश नगर के रूप में हुई है। परिजन उन्हें एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पोस्टमार्टम किया गया।
मिथुन की मां राजकुमारी ने आरोप लगाया कि घरेलू कलह के चलते उनका बेटा लंबे समय से मानसिक तनाव में था। उनका कहना है कि बेटे की पत्नी उसे लगातार प्रताड़ित करती रही और झूठे आरोपों के चलते कई बार पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ा। कुछ दिन पहले फैक्ट्री में लगी आग की घटना के बाद भी पत्नी ने मिथुन पर ही आग लगाने का आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत की थी, जिसके बाद उसे हिरासत में लेकर पीटा गया। इस घटना ने उसे पूरी तरह तोड़ दिया था।
पहले भी झूठे आरोपों में भेजा गया जेल
परिजनों का कहना है कि यह पहला मौका नहीं था जब मिथुन पर आरोप लगे हों। इससे पहले भी उसे फर्जी मामले में जेल भेजा गया था। जेल में रहने के दौरान उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया और कई सर्जरी करवानी पड़ीं। आरोप है कि जेल से बाहर आने के बाद भी पत्नी ने न तो उसकी देखभाल की और न ही समय पर दवाइयां दीं, जिससे उसकी हालत और बिगड़ती चली गई।
मकान और फैक्ट्री पर भी पत्नी का कब्जा
परिवार वालों ने दावा किया कि मिथुन के मकान और रेडीमेड कपड़ों की फैक्ट्री पर उसकी पत्नी ने कब्जा कर लिया था। कुछ सप्ताह पूर्व फैक्ट्री में आग लगने की घटना हुई थी, जिसमें मिथुन खुद भी फंस गया था। हालांकि पड़ोसियों ने समय रहते उसे बाहर निकाला। मगर इसके बावजूद पत्नी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिससे मिथुन और अधिक तनावग्रस्त हो गया।
खुदकुशी से पहले बनाया वीडियो, जांच में जुटी पुलिस
मिथुन ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने अपनी परेशानियों का ज़िक्र किया है। यह वीडियो अब पुलिस जांच का अहम हिस्सा बन गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और परिजनों के आरोपों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है। इस घटना से क्षेत्र में शोक और नाराजगी का माहौल है।