पुणे पोर्श दुर्घटना मामले में ताजा घटनाक्रम में अदालत ने शुक्रवार को नाबालिग आरोपी के दादा सुरेंद्र अग्रवाल और पिता विशाल अग्रवाल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। गौरतलब है कि पोर्श कार को 17-वर्षीय एक किशोर नशे की हालत में चला रहा था। अंधाधुंध रफ्तार से भागती कार ने दोनों आईटी पेशेवरों की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी।
किशोर न्याय बोर्ड को पुलिस ने लिखा पत्र
पुणे पुलिस ने पोर्श कार हादसे में कथित रूप से शामिल नाबालिग के खिलाफ जांच की अनुमति लेने के लिए किशोर न्याय बोर्ड को पत्र लिखा है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुणे के कल्याणी नगर में 19 मई को पोर्श कार के 17 वर्षीय चालक ने मोटरसाइकिल सवार दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर को कथित रूप से टक्कर मार दी थी जिससे दोनों की मौत हो गयी थी। पुलिस ने दावा किया कि आरोपी नशे की हालत में कार चला रहा था। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) शैलेश बलकवडे ने कहा कि हमने जे जे बोर्ड को पत्र लिखकर नाबालिग के खिलाफ जांच करने की अनुमति मांगी है।
कार में सवार लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए
किशोर के अलावा उसमें सवार तीन और लोगों के रक्त के नमूने भी एकत्र किए गए थे। पूरे प्रकरण की जांच की जानकारी रखने वाले एक पुलिस अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह बात बताई। इस कार हादसे में मोटरसाइकिल सवार दो इंजीनियरों की मौत हो गई थी। पुलिस ने बताया कि रक्त नमूना एकत्र करने के दौरान ससून सरकारी अस्पताल में किशोर के माता-पिता भी मौजूद थे। इससे पहले दिन में पुलिस ने यहां अदालत को बताया कि किशोर के रक्त के नमूने को एक महिला के नमूने से बदल दिया गया था जिसकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है।