गाजियाबाद के डॉ. कनिष्क को मेजर ध्यानचंद खेल प्रेरक सम्मान

IMT गाजियाबाद के स्पोटर्स रिसर्च सेंटर प्रभारी डॉ. कनिष्क पांडेय को ‘मेजर ध्यानचंद खेल प्रेरक सम्मान’ मिला है। मेजर ध्यानचंद के पुत्र पदमश्री अशोक ध्यानचंद ने गुरुवार केा कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें यह सम्मान अपने हाथों से प्रदान किया। इस मौके पर अशोक ध्यानचंद ने कहा, भारत में खेल साक्षरता या खेलों की सक्रियता दर सिर्फ पांच फीसदी है। खेलों में यदि भारत को सुपर पॉवर बनना है तो आबादी के एक बहुत बड़े हिस्से को खेलों से जोड़ना होगा। खेलों के मैदानों को सक्रिय करना होगा। उन्होंने कहा, खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को पहचान तो खूब मिल रही है। उनके साथ खेलों के लिए लगातार काम करने वाले लोग भी सम्मान और पुरस्कार के हकदार हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए ‘ध्यानचंद हीरोज क्लब खेलकूद विकास समिति’ के 100वें स्थापना वर्ष में ‘मेजर ध्यानचंद खेल प्रेरक सम्मान’ हर साल दिए जाने का फैसला लिया गया है। इस वर्ष के लिए प्रथम बार यह पुरस्कार दो खेल प्रेरकों को दिया जाएगा। इसमें रिलायंस फाउंडेशन मुंबई की अध्यक्ष नीता अंबानी और IMT गाजियाबाद से डॉ. कनिष्क पांडेय हैं। कार्यक्रम में अर्जुन अवार्डी विनीत कुमार, रोमियो जेम्स, अरविंद छाबड़ा और अशोक दीवान के अलावा आईएमटी के डायरेक्टर डॉ. विशाल तलवार, डॉ. अमित सरीन, राजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

डॉ.कनिष्क को इसलिए पुरस्कार मिला

  • बैडमिंटन में स्टेट लेवर के प्लेयर रहे। चार वर्षों तक स्वतंत्र रूप से खेलों पर शोध किया।
  • देश में खेल साक्षरता की निम्न दर को बढ़ाने के लिए ‘खेल साक्षरता मिशन’ की शुरुआत की।
  • बच्चों को खेलों में अभिरूचि पैदा कराने के लिए हिन्दी में खेल प्रवेशिका, अंग्रेजी में KNOW Sports, संस्कृत में क्रीड़ा परिचारिका और उर्दू में खेल कायदा नामक किताब लिखकर निशुल्क वितरण कर रहे हैं।
  • ओलंपिक खेलों में जनजागरुकता के लिए ‘स्पोटर्स लिटरेसी वैन’ की भारत यात्रा। अब तक यह वैन तीन हजार किलोमीटर की यात्रा तय कर चुकी है।
  • देश में पहली बार मॉडल स्पोटर्स विलेज डवलप करने पर काम। मुजफ्फरनगर जिले के खेड़ी वीरान और बहादुरपुर खेड़िया को मॉडल के रूप में विकसित करने का काम अंतिम चरण में पहुंचा।
  • स्पोटर्स को मौलिक अधिकार बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल डाली।
  • खेलों को लोकप्रिय और जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाने के लिए कई किताबें लिखी।

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