अलगाववादी नेता यासीन मलिक को टेरर फंडिंग मामले में दिल्ली की विशेष अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। गुपकार गठबंधन(पीएजीडी) ने इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है। पीएजीडी ने यासीन मलिक को मिली सजा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और इसे शांति के प्रयासों को झटका करार दिया है।
पीएजीडी के प्रवक्ता यूसुफ तारिगामी ने कहा कि यासीन मलिक को मिली सजा दुर्भाग्यपूर्ण और शांति की कोशिशों को झटका है। इससे पीएजीडी को डर है कि कश्मीर घाटी में अनिश्चितताएं और बढ़ेंगी और इससे अलगाव और अलगाववादी भावनाओं को और बढ़ावा मिलेगा।
पीएजीडी का कहना है कि एनआईए कोर्ट ने फैसला सुनाया है लेकिन, न्याय नहीं किया है। भाजपा और कॉरपोरेट मीडिया में इसे विजय की तरह प्रदर्शित किया जा रही है, जिसके विपरीत आना तय है। इस बीच उनका सुझाव है कि यासीन मलिक को इस फैसले को चुनौती देने के लिए सभी कानूनी अवसरों का लाभ लेना चाहिए।