मंदसौर:65 साल की रिटायर टीचर की हत्या

मंदसौर में 65 साल की रिटायर टीचर की हत्या में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। टीचर जिसे बेटा मानकर अक्सर खाना खिलाती थी, उसी युवक ने उसे मौत की नींद सुला दिया। हत्या के बाद लूटपाट की और लाश को बाथरूम में पटक गया। पुलिस गेट पर बाहर से लगे ताले के कारण आरोपी तक पहुंची। टीचर की हत्या करने वाला मोहल्ले का ही पंक्चर दुकान संचालक निकला। टीचर उस पर बहुत भरोसा करती थी। अय्याशी के चलते उस पर कर्जा बढ़ गया था। इसलिए उसने ये साजिश रची।

मंदसौर एसपी अनुराग सुजानिया ने बताया कि 12 फरवरी की शाम करीब 6 बजे अभिनंदन नगर मेन में रहने वाली 65 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षिका संतोष मिश्रा पति रमेशचंद का शव उसी के घर के अंदर बाथरूम में मिला था। घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को कॉल कर बताया था। घर के बाहर से ताला लगा हुआ था। संतोष मिश्रा के मोबाइल पर कॉल किया तो दोनों मोबाइल बंद मिले। इस पर स्नेह नगर में रहने वाले मृतिका के भाई ओमप्रकाश को बुलाया। ताला तोड़कर अंदर गए तो बाथरूम में लाश पड़ी हुई थी।

आवेदन बनाने के बहाने टीचर के घर पहुंचा युवक
एसपी के अनुसार- महिला टीचर घर में अकेली रहती थी। उसका एक भाई है, जो अलग रहता है। आरोपी हेमंत व्यास गली के कॉर्नर पर पंचर की दुकान चलाता है। जान-पहचान होने से वह महिला के छोटे-मोटे काम कर देता था, बदले में टीचर भी उसे खाना खिला दिया करती थी। वारदात के दिन भी आरोपी टीचर के पास एक आवेदन बनवाने के बहाने पहुंचा था। यहां उसने कहा- भूख लगी है, कुछ खिला दो। टीचर उस पर बहुत विश्वास करती थी, इसलिए वह उसके लिए खाना लेने किचन में चली गई। आरोपी भी पीछे से पहुंचा और महिला के सिर पर जोरदार हमला कर हत्या कर दी। हत्या के बाद गले से सोने की चेन, पर्स में रखे 20 हजार रुपए और मोबाइल लेकर भाग गया। जाते-जाते लाश को बाथरूम में फेंक गया, ताकि हादसा लगे। हत्या के बाद बाहर से ताला लगाकर दुकान पर जाकर बैठ गया था।

दो लाख रुपए हो गया था कर्जा
32 साल का हेमंत व्यास पिता देव किशन व्यास निवासी अभिनंदन नगर काे शराब, जुए, सट्टे के साथ अय्याशी की लत थी। उसकी हरकतों से परेशान होकर उसकी मां उसे छोड़कर अपने रिश्तेदार के यहां उदयपुर जाकर रहने लगी। पिता की पहले ही माैत हाे चुकी है। आरोपी पर 2 लाख रुपए का कर्ज चढ़ चुका था। कर्ज चुकाने के लिए उसने टीचर की हत्या की। उसे लगा था कि वहां से उसे मोटी रकम मिलेगी। साल 2015 में पति की मौत के बाद टीचर अकेली हो गई थी। 2019 में रिटायर होने के बाद उनका ज्यादातर समय घर पर ही बीतता था। टीचर को आरोपी पर भरोसा था। इसलिए वह उसे अपने घर तक आने देती थी। इसी का उसने फायदा उठाया।

ऐसे हुआ हत्या का शक
आरोपी ने बेहद ही शातिर तरीके से महिला की हत्या की थी। शुरुआत में पुलिस भी इसे हादसा मान रही थी, लेकिन आरोपी की एक गलती ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। आरोपी ने महिला की हत्या करने के बाद घर के बाहर का ताला लगा दिया था। इसी कारण पुलिस ने हत्या के एंगल पर जांच शुरू की। पड़ोसियों के अनुसार टीचर हमेशा घर को इंटरलॉक ही करती थी। घर के दरवाजे पर कभी ताला नहीं लगता था। पड़ताल में पता चला कि आरोपी का ही महिला के घर ज्यादा आना-जाना था। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरा मामला खुल गया।

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