ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष व सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर पिलखुआ में जानलेवा हमले के बाद मेरठ जोन में हाई अलर्ट हो गया है। मेरठ शहर में पुलिस ने संघन चेकिंग अभियान चलाया है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनात कर दी गई है।
मेरठ से वापस लौटते समय हापुड़ में ओवैसी पर हमले की जानकारी लगते ही पुलिस अलर्ट हो गई। मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बागपत, हापुड़ व बुलंदशहर समेत कई जिलों में अलर्ट जारी हो गया। मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर में खासतौर पर मुस्लिम इलाकों में पुलिस ने गश्त की व फ्लैग मार्च निकाला है। जिम्मेदार लोगों के साथ मीटिंग की और उनको समझाया कि बेवजह कोई उन्माद न करें।
वहीं चुनावी माहौल में ओवैशी पर हमले की खबर वेस्ट यूपी के जिलों में आग की तरफ फैली। सोशल मीडिया पर गोली चलाने वालों की वीडियो भी खूब वायरल हो रही है। जिस पर साइबर सेल की नजर है, ताकि शरारती तत्व माहौल खराब करने के लिए कोई साजिश न बना सके। एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि पुलिस अलर्ट हो गई है। संघन चेकिंग कर संवेदनशील इलाकों में लोगों को समझाया जा रहा है।
भाजपा से कम नहीं हैं सपा और बसपा : ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मेरठ में गुरुवार को गोलाकुआं से कांच का पुल तक रोड शो निकाला। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी के गर्मी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यह जो गर्मी पैदा कर दी है वो कयामत तक रहेगी। उन्होंने सपा और बसपा के लिए कहा कि इनके लिए मुसलमान कब तक जवानी कुर्बान करते रहेंगे। कब तक दरी बिछाते रहेंगे। सपा-बसपा, भाजपा से कम नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की जमीन खिसक रही है जो गर्मी की बात कर रहे हैं। मुस्लिम समुदाय के युवाओं की जवानी इस बार हिस्सेदारी के लिए कुर्बान है, न कि किसी और चीज के लिए।
उन्होंने शहर विधानसभा के गोला कुआं, अहमदनगर और इस्लामाबाद के इलाकों में डोर टू डोर कैंपेनिंग की। इसके बाद ओवैसी जनता से बातचीत कर मेरठ के किठौर के लिए निकल गए। इससे पहले वह हस्तिनापुर में कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज को कैदी बनाकर न रखा जाए। इसलिए वह मुसलमानों से अपील करते हैं कि वह गुलामी की जंजीरों को तोड़ दें।