मुजफ्फरनगर। बोर्ड बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी से मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने नामजद दो सभासदों में से एक सभासद प्रवीण पीटर को देर रात गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद मध्यरात्रि तक शहर कोतवाली और उसके बाद राज्यमंत्री कपिलदेव के आवास पर सभासदों का जमावड़ा लगा रहा, लेकिन सभासद प्रवीण पीटर को रिहा करने से पुलिस ने इंकार कर दिया। पुलिस ने आज सभासद प्रवीण पीटर को जेल भेज दिया है। अदालत में पेश करने से पहले सभासद की डॉक्टरी जांच भी कराई गयी।
विगत एक नवम्बर को नगरपालिका की बोर्ड बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार के साथ सभासद प्रवीण पीटर द्वारा की गई मारपीट की घटना ने तूल पकड लिया। बोर्ड बैठक में प्रस्ताव संख्या 484 पर चर्चा के दौरान 1 सफाईकर्मियों को आउटसोर्सिंग पर रखने की बात पर सभासद प्रवीण पीटर व नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार के बीच कुछ कहासुनी हो गई थी, जिस पर प्रवीण पीटर ने तैश में आकर डा. अतुल कुमार को धक्का देते हुए मुक्का मार दिया था, जिससे बोर्ड बैठक में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई थी। अन्य सभासदों ने किसी तरह मामला संभाला। सभासद प्रवीण पीटर की इस हरकत पर चेयरमैन ने भी कडी नाराजगी जाहिर की थी। उसी दिन प्रवीण पीटर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार से हाथ जोडकर माफी मांग ली थी, लेकिन सभासद प्रवीण पीटर द्वारा हाथ जोडकर माफी मांगे जाने के बाद भी नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने शहर कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करा दिया था । पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में सभासद प्रवीण पीटर व भाजपा सभासद विपुल भटनागर के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया था। बीती देर रात पुलिस ने सभासद प्रवीण पीटर को पंचमुखी से गिरफ्तार कर लिया, जिसकी सूचना जैसे ही पालिका सभासदों को लगी, तो वे तुरंत ही शहर कोतवाली में इकट्ठा हो गए। भाजपा सभासद दल के नेता प्रेमी छाबड़ा और नगरपालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल के पुत्र अभिषेक अग्रवाल समेत सभासद विवेकराज चुग्घ, नवनीत कुच्छल, संजय सक्सेना, बिजेंद्र पाल, विकास गुप्ता, राहुल पंवार, अब्दुल सत्तार, अरविन्द धनगर, प्रियांशु जैन, प्रशांत चौधरी, अमित गोयल बॉबी, मनीष कुमार, हनी पाल, सरफराज, भीष्म धीमान, नौशाद कुरैशी, नरेश खटीक, अन्नू कुरैशी आदि शहर कोतवाली पहुँच गए, जहां एसएसआई राकेश शर्मा ने पालिका सभासद प्रवीण पीटर को छोडऩे से इंकार कर दिया, जिसके बाद देर रात्रि में भाजपा से जुड़े सभी सभासद राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के आवास पर पहुँच गए और पालिका में ही सभासद द्वारा माफ़ी मांगे जाने के बाद भी प्रवीण पीटर की इस तरह त्यौहार के मौके पर गिरफ़्तारी पर विरोध जताया, लेकिन कपिलदेव ने मदद कर पाने में लाचारी जता दी, उन्होंने सभासदों से कहा कि इसमें चेयरमैन ही मदद कर सकती है, राज्यमंत्री के आवास से बैरंग लौटे भाजपा सभासदों का कहना था कि पालिका में मामला निपटने के बाद ये मुकदमा ही कपिलदेव ने दर्ज कराया था, प्रवीण पीटर से तो कपिल नाराज थे ही, इसलिए उन्होंने तत्काल मुकदमा दर्ज कराने की चाल चली, साथ ही पिछले कुछ दिनों से बोर्ड बैठक में कपिल की इच्छा के विपरीत, पालिका चेयरमैन अंजू अग्रवाल के खेमे में चले गए, अपने चेले विपुल भटनागर को भी कपिल ने नामजद करा दिया, लेकिन बाद में जब आईआईए और अन्य सामाजिक लोग विपुल के पक्ष में खड़े हुए तो कपिल देव, विपुल के पक्ष में सिफारिश करते नजऱ आने लगे। सांसद संजीव बालियान ने भी विपुल की नामजदगी पर नाराजगी जाहिर की थी। पुलिस ने इस मामले में सभासद प्रवीण पीटर को आज अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है।