मुजफ्फरनगर। महावीर चौक स्थित भारतीय किसान यूनियन के ज़िला मुख्यालय पर भाकियू युवा जिला अध्यक्ष कपिल सोम के समर्थन में पंचायत हुई। पंचायत में 14 नवंबर को एसएसपी कार्यालय घेरने का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया।
जिला प्रशासन पर किसानों को अनर्गल रूप से परेशान करने का आरोप लगाते हुआ कहा कि भाकियू युवा जिलाअध्यक्ष कपिल सोम की गिरफ्तारी इस का सबूत है। पंचायत में सोम की गिरफ्तारी को लेकर भी गहन विचार-विमर्श हुआ और विचार विमर्श के बाद संगठन के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया यदि पुलिस प्रशासन आगामी 12 नवंबर तक कपिल सोम के प्रकरण में निष्पक्ष जांच कर समाधान नहीं करेगा तो, भारतीय किसान यूनियन 14 नवंबर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय की किलाबंदी कर घेराव करेंगे।
इस दौरान भाकियू जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा कि मुजफ्फरनगर प्रशासन किसी के दबाव में और सत्ता के नशे में किसानों का और संगठन के लोगों का उत्पीड़न कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम लखनऊ शासन को अवगत करा चुके हैं कि यह किसानों की राजधानी का जिला है यहां किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम पूरा कॉर्पोरेट जिला प्रशासन का करते हैं और कानून व्यवस्था बनाकर रखते हैं लेकिन ज़िला प्रशासन हमारी खामोशी को कमजोरी मानकर चल रहा है। जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बीते दिनों थाना रतनपुरी पुलिस के द्वारा युवा जिलाध्यक्ष कपिल सौम की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कपिल सौम पारिवारिक झगड़े के दौरान मौके पर मौजूद नहीं था लेकिन थाना रतनपुरी पुलिस ने जबरदस्ती उठाकर भारतीय किसान यूनियन के युवा जिलाध्यक्ष को जेल भेजने का काम किया। जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने थाना रतनपुरी पुलिस पर एकतरफा कार्यवाही करने का आरोप लगाते हुए कहा कि धारा 307 लगाकर कपिल सौम को जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्यवाही थाना रतनपुरी पुलिस ने सिर्फ 2 घंटे के अंदर की है कहा कि पुलिस प्रशासन की इस कार्यवाही से जिले के अंदर बहुत रोष है।
जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने आगामी 14 नवंबर को एसएसपी कार्यालय घेरने की बात कही यदि जनपद का पुलिस प्रशासन निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही करता है तो पुलिस प्रशासन की इस कार्यवाही से सहमत होंगे। लेकिन पुलिस की एक तरफा कार्यवाही इस जिले में चलने नहीं दी जाएगी। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने जिला प्रशासन पर दूसरे संगठन के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि हमने इस तरह के मामले कई बार देखे हैं और गोपनीय भी हमारे सामने आए है। उन्होंने जिला प्रशासन को चेताते हुए कहा कि वह इस संगठन को कमजोर करना चाहते हैं और कहा कि हम जिला प्रशासन के गले में फांस बन जाएंगे। यूनियन टिकैत के पदाधिकारीयों ने कहा वह हमारे संगठन का इतिहास नहीं जानते।