बुढ़ाना। जमीन के बकाया मुआवजे की मांग को लेकर निर्माणाधीन दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर करौदा महाजन गांव के पास किसानों का अनिश्चितकालीन धरना एनएचएआई के अधिकारियों के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। एनएचएआई के अधिकारी राजन पांडे ने धरनास्थल पर किसानों के बीच पहुंचकर वार्ता की। साथ ही धरना समाप्त कराया।
जमीन के पांच करोड़ रुपये के बकाया मुआवजे की मांग को लेकर करौदा महाजन गांव के दर्जनों किसान दस दिन से निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे। इसी दौरान किसानों ने निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य रुकवा कर सामान काे अपने कब्जे में ले लिया था। बृहस्पतिवार को अधिकारियों से वार्ता के बाद धरनास्थल पर बैठे किसानों ने कब्जे में लिए गए सामान को एनएचएआई के अधिकारियों के हवाले कर दिया था। किसानों की शुक्रवार को एनएचएआई के अधिकारियों के साथ वार्ता हुई थी। शनिवार को एनएचएआई के अधिकारी राजन पांडे धरना स्थल पर किसानों के बीच पहुंचे। अधिकारियों के बकाया भुगतान के आश्वासन पर किसानों का अनिश्चित कालीन धरना समाप्त हो गया। इस मौके पर पूर्व चेयरमैन नरेन्द्र मलिक, योगेन्द्र, ईश्वर सिंह, भोपाल सिंह, कृष्णपाल, देवेन्द्र सिंह, मदनपाल, बलधारी, सुरेन्द्र फौजी व यशपाल मौजूद रहे।