NIA ने निमटा रेलवे स्टेशन ब्लास्ट केस में दो गिरफ्तार लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की

एनआईए ने निमतिता ब्लास्ट मामले में दो आरोपियों के खिलाफ मंगलवार को चार्जशीट दाखिल की है. एनआईए ने चार्जशीट में यूएपीए धारा का जिक्र किया है. फॉरेंसिक रिपोर्ट में कहा गया है कि विस्फोट के दौरान घातक IED का इस्तेमाल किया गया था. इसलिए एंटी टेररिज्म एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. इस विस्फोट में मंत्री और विधायक जाकिर हुसैन सहित कुल 22 लोग घायल हो गए थे.

बता दें कि इस साल 17 फरवरी को निमतिता स्टेशन पर धमाका हुआ थी. धमाके के बाद सीआईडी ​​ने जांच शुरू की थी. बाद में एनआईए ने जांच का जिम्मा संभाला लिया था. जांचकर्ताओं ने इस मामले सैदुल शेख और अबू समद को गिरफ्तार किया था. दोनों का घर मुर्शिदाबाद के सुती थाना इलाके में है.जांचकर्ताओं ने उसके घर की तलाशी ली और कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए थे.

विस्फोट में मंत्री सहित 22 लोग हो गए थे घायल

बम विस्फोट में जाकिर हुसैन गंभीर रूप से घायल हो गये थे. उनका बायां पैर और दाहिना हाथ जख्मी हो गया था. मंत्री को जंगीपुर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.मंत्री कोलकाता में एक पार्टी कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे. उस रात ट्रेन पकड़ने के लिए निमतिता स्टेशन जा रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब मंत्री ने स्टेशन परिसर में प्रवेश किया, तो प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर ब्लास्ट हुआ था. बम ब्लास्ट के बाद रेलवे-राज्य सरकार में विवाद शुरू हो गया था. राज्य ने स्टेशन की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि स्टेशन में रोशनी नहीं थी. हालांकि जांचकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि घटना के समय स्टेशन पर अंधेरा नहीं था. प्लेटफार्म नंबर दो के फटने से लाइट बुझ गई थी. सीसीटीवी या आरपीएफ की निगरानी भी पर्याप्त थी.

विस्फोट के बाद केंद्र और राज्य सरकार में शुरू हो गया था घमासान

सीआईडी ​​ने मौके के पास रेलवे लाइन से लोहे के कंटेनर, कैपेसिटर और बाइक की बैटरी के कुछ हिस्से बरामद किए थे. CID का दावा था कि ये मूल रूप से IED ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए थे. केंद्रीय खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, सीआईडी ​​ने जांच अधिकारियों के साथ मंगलवार को लंबी बैठक की, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने अब तक जांच में क्या पाया है ? हत्यारों ने राज्य के श्रम मंत्री जाकिर हुसैन को भीषण विस्फोट में मारने की योजना बनाई थी. नतीजतन, एनआईए ने यूएपीए धारा को हत्या के प्रयास के मामले और सीआईडी ​​द्वारा दायर मामले में जोड़ा है. विस्फोट के संबंध में रेलवे पुलिस के कई अधिकारियों और कई राज्य सीआईडी ​​अधिकारियों से पूछताछ की गई थी. निमतिता स्टेशन के बगल में मौजूद दुकानदारों से विस्फोट की गंभीरता के बारे में सारी जानकारी जुटा ली गई थी. जांचकर्ताओं ने विस्फोट स्थल से एक मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन बरामद किया था. इस संदर्भ में जाकिर हुसैन ने कहा, “एनआईए जांच कर रही है. त्वरित जांच के बाद दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.इलाके के लोग अब भी दहशत में हैं. अगर इसकी जांच नहीं हुई तो कानून-व्यवस्था और खराब होगी.”

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