राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लखनऊ में अलकायदा के लिए काम करने वाले उमर हलमंडी के मामले में कश्मीर घाटी में पांच स्थानों पर छापा मारकर बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं। शोपियां और बडगाम के जिन ठिकानों पर गुरुवार को कार्र्रवाई की गई उनमें एक सरकारी कर्मचारी, शिक्षक, औकाफ बोर्ड कर्मी व दो अन्य लोग शामिल हैं।
एनआईए के अधिकारी के बताया कि यह मामला आतंकवादी संगठन अलकायदा के एक ऑपरेटिव उमर हलमंडी से संबंधित है। जो अपने साथियों के साथ मिलकर देश के विभिन्न हिस्सों में संगठन को विस्तार देने में सक्रिय था। वह लोगों को बरगलाकर कट्टर बनाने के बाद उन्हें संगठन में शामिल कर रहा था। इसके अलावा आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए अंसार गजवातुल हिंद (एजीएच) को आगे बढ़ाने की कोशिश भी कर रहा था। इसके लिए उसने पहले से ही हथियारों और विस्फोटक पदार्थों की व्यवस्था की थी।
अधिकारी के अनुसार इस मामले में आतंकवाद निरोध दस्ते (एटीएस) ने 11 जुलाई 2021 को लखनऊ में मामला दर्ज किया था। मामला जब जांच के लिए एनआईए को सौंपा गया तो उसने 29 जुलाई 2021 को फिर से मामला पंजीकृत किया था। वर्तमान में एनआईए मामले की जांच कर रही है। वीरवार की कार्रवाई उसी का हिस्सा है।
तीन दिन पहले मानवाधिकार कार्यकर्ता को किया था गिरफ्तार
एनआईए ने कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन के साथ सीधे संबंध रखने के आरोप में कश्मीर से गिरफ्तार किए जाने के तीन दिन बाद गुरुवार को कार्रवाई की है। परवेज को टेरर फंडिंग मामले में चल रही एनआईए की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले का संबंध हिमाचल प्रदेश से भी है। इस मामले में एनआईए ने 22 नवंबर को घाटी से खुर्रम परवेज को गिरफ्तार करने से पहले कश्मीर में दो और हिमाचल में एक जगह पर दबिश दी थी।