बीते बुधवार को यूपी के नोएडा से एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजन नोएडा के चीफ मेडिकल ऑफिसर-सीएमओ (CMO) दीपक ओहरी के पांव छूते नज़र आ रहे थे. हालांकि बदले में सीएमओ इन महिलाओं को जेल भिजवाने की धमकी दे रहे थे. अब खबर आ रही है कि पांव छूकर रेमडेसिविर का इंजेक्शन मांगने वाली रिंकी देवी को इस सब के बावजूद भी कहीं से मदद नहीं मिली. इंजेक्शन न मिलने के चलते उनके 24 साल के जवान बेटे की बुधवार देर शाम मौत हो गई.
नोएडा की खोड़ा कॉलोनी की रहने वाली रिंकी देवी का इकलौता बेटा कोरोना संक्रमित था. उनके बेटे का इलाज सेक्टर 51 में एक निजी अस्पताल में चल रहा था. डॉक्टर्स ने सोमवार को उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन लाने के लिए कहा था लेकिन कहीं से भी न मिल पाने के बाद वे नोएडा के सीएमओ के पास मदद मांगने के लिए पहुंची थीं. सीएमओ को देखते ही रिंकी देवी उनके पैरों में गिर गईं थी और बेटे की जिंदगी बचाने की गुहार लगाने लगी थीं. इस दौरान उनके साथ कोरोना संक्रमितों के दूसरे परिवार भी थे. सीएमओ दीपक ओहरी ने परचा तो ले लिया था लेकिन बदले में बार-बार उनके दफ्तर आने पर जेल भिजवाने की धमकी भी दे दी थी.
मिली खबर के मुताबिक, सीएमओ से गुहार और इसका वीडियो वायरल होने के बावजूद रिंकी देवी के बेटे को रेमडेसिविर का इंजेक्शन नहीं मिल पाया. बुधवार शाम करीब 4:30 बजे वह खाली हाथ सेक्टर-51 के अस्पताल में पहुंची लेकिन तब तक उनके जवान बेटे की मौत हो चुकी थी. रिंकी देवी बीते तीन दिनों से एक रेमडेसिविर के इंजेक्शन के लिए मारी-मारी घूम रही थीं और नोएडा सीएमओ से भी उन्हें दुत्कार और धमकी के अलावा कुछ और हासिल नहीं हुआ. बता दें कि सेक्टर 39 स्थित नोएडा सीएमओ के दफ्तर पर इन दिनों दवाओं और ऑक्सीजन के लिए कोरोना संक्रमित परिजनों की भारी भीड़ जमा रहती है.
इससे पहले रिंकी देवी रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए सात-आठ अन्य लोगों के साथ दिन में सीएमओ के दफ्तर गई थी. ये लोग भी रेमडेसिविर को ढूंढ रहे हैं और वहीं पर उनके साथ कथित घटना हुई. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिख रहा है कि तीनों महिलाएं सीएमओ दीपक ओहरी के सामने हाथ जोड़कर मिन्नतें कर रही थीं और इंजेक्शन के लिए उनके पैर तक पकड़ रही थीं. महिला ने पत्रकारों से बताया था कि, ‘हम यहां (रेमडेसिविर) इंजेक्शन के लिए आए थे और उन्होंने कहा कि यह उपलब्ध होने पर दिया जाएगा. जब मैंने कहा मैं फिर आऊंगी तो मुझसे कहा गया कि अगर मैं फिर से आई तो मुझे जेल भेज दिया जाएगा.’