नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ रहा है। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है, लेकिन विपक्षी दल अपना कोई संयुक्त प्रत्याशी तक तय नहीं कर पाए हैं। अब संयुक्त प्रत्याशी का चयन करने और उस पर एकराय बनाने के लिए 21 जून को फिर बैठक होने वाली है। यह बैठक राकांपा प्रमुख शरद पवार की अध्यक्षता में होगी। इसमें 17 दल शामिल होंगे। बुधवार को भी इसको लेकर बैठक हुई थी, जिसमें 17 दल शामिल हुए थे। सूत्रों ने बताया कि शरद पवार के प्रत्याशी बनने से इन्कार करने के बाद इन दलों के बीच किसी प्रत्याशी पर आम सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है।
शरद पवार की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में एकराय बनाने की होगी कोशिश
18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होना है। पिछली बैठक टीएमसी प्रमुख व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुलाई थी। बैठक में आम आदमी पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति से लेकर एएमआइएम आदि ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। राजग और संप्रग दोनों खेमों से बाहर रहने वाले दलों बीजद, वाइएसआर कांग्रेस, अकाली दल बादल ने भी बैठक से दूरी बनाई। उस बैठक में किसी प्रत्याशी पर सहमति नहीं बन पाई थी।
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने विपक्ष का सर्वसम्मत प्रत्याशी बनने से इनकार कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने पवार के इन्कार के बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी का नाम सुझाया। हालांकि, कांग्रेस व अन्य दलों ने इन दोनों समेत किसी भी नाम का सुझाव नहीं दिया है। इसके बाद एक प्रस्ताव पारित कर विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने की बात कही गई थी।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा ने 14 सदस्यीय प्रबंधन टीम बनाई
राष्ट्रपति पद के लिए राजग प्रत्याशी के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए भाजपा ने 14 सदस्यीय समिति का गठन किया है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को इसका संयोजक और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े व सीटी रवि को सह संयोजक बनाया गया है। केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी, अश्विनी वैष्णव, सर्बानंद सोनोवाल, अर्जुन मेघवाल और भारती पवार समिति की सदस्य हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, उपाध्यक्ष डीके अरुणा, राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनाती श्रीनिवासन, पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा और सांसद व असम प्रदेश के उपाध्यक्ष राजदीप राय भी 14 सदस्यीय समिति में शामिल हैं। यह समिति भाजपा की सभी प्रदेश इकाइयों और सहयोगियों के साथ राष्ट्रपति चुनाव के लिए से समन्वय करेगी। साथ ही अपने निर्वाचित मतदान प्रतिनिधियों को मतदान प्रक्रिया के बारे में मार्गदर्शन करेगी।