दो दिन के पंजाब दौरे पर आए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को सीएम चरणजीत चन्नी से दागी मंत्रियों और अफसरों को हटाकर उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। अब केजरीवाल की टिप्पणी पर मंत्री परगट सिंह ने कहा कि हमें केजरीवाल की सलाह की जरूरत नहीं है। हम पंजाब के हित में काम करेंगे। हमारी लड़ाई कई मुद्दों पर है। यह किसी विशेष व्यक्तित्व पर केंद्रित नहीं है।
सिद्धू ने की तल्ख टिप्पणी
इस्तीफा देने के बाद जारी वीडियो संदेश में सिद्धू ने अपने तल्ख तेवर बरकरार रहते हुए कहा था कि दागी अफसरों के सहारे सिस्टम को दोबारा खड़ा नहीं किया जाना चाहिए। मां की कोख को चोट पहुंचाने वालों को पहरेदार नहीं बनाया जा सकता, इसलिए मैं अड़ूंगा भी लड़ूंगा भी। भले ही मुझे इसके लिए कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े।
केजरीवाल ने चन्नी से की थी ये मांग
पंजाब के दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को चंडीगढ़ पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के लोगों की मांगों पर चन्नी सरकार को काम करना चाहिए। मुख्यमंत्री को बरगाड़ी कांड के दोषियों को सजा दिलाकर इसकी शुरुआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुंवर विजय प्रताप की रिपोर्ट में इस कांड के आरोपियों के नाम दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के पास काम करने के लिए अभी पर्याप्त समय है। दिल्ली में जब 49 दिन की सरकार थी तब वहां पर बिजली के रेट आधे कर दिए गए थे। चन्नी को भी कैप्टन के अधूरे कामों को पूरा कर एक मिसाल कायम करनी चाहिए।
इन मुद्दों पर भी फोकस करें चन्नी
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को सलाह देते हुए कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जो काम अधूरे छोड़ गए हैं पहले उनको पूरा करना चाहिए। कैप्टन ने युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। कैप्टन ने कहा था कि यदि रोजगार नहीं दे पाया तो युवाओं को रोजगार भत्ता दूंगा लेकिन अभी भी यह काम अधूरा पड़ा हुआ है। इसके अलावा चन्नी को निजी बिजली खरीद समझौतों को भी रद्द करना चाहिए।