आरा में रिटायर्ड सूबेदार के बेटे ने मां के सामने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मां कलावती देवी के अनुसार उस पर 20 लाख का कर्ज था। वो डिप्रेशन में चल भी था।यह मामला नवादा थाना क्षेत्र के पकड़ी चौक मोहल्ले का है। मां ने बताया कि गुरुवार रात उसने मुझे कमरे में बुलाया और कहा, ‘मां, कर्जदारों ने मुझे फोन किया था। उन्होंने कहा कि अगर कर्ज नहीं दिए तो मैं घर पर आऊंगा और अच्छा नहीं होगा।’ यह कहते हुए उसने कट्टा निकालकर खुद को सिर में गोली मार ली। कुछ देर के लिए मैं सन्न रह गई। फौरन मैंने डॉक्टर और बेटी को फोन कर जानकारी दी।
मृतक की पहचान रिटायर्ड सूबेदार स्व. हरिवंश सिंह के 40 वर्षीय पुत्र बिमल किशोर सिंह रूप में हुई है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। स्थानीय लोग उसे अस्पताल लेकर गए लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार, युवक ने खुद को गोली मार ली है। गोली की आवाज सुनकर परिजनों द्वारा इसकी सूचना दी गई। घटना के बाद मृतक के परिजन काफी सदमे में हैं। जैसे वो नॉर्मल हो जाएंगे तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
धीरे-धीरे 20 लाख हो गया था कर्ज
युवक की बहन बबीता का कहना है कि उस पर 20 लाख रुपए का कर्ज हो गया था। कई लोगों से उसने इसे छोटे-बड़े कर्ज के रूप में लिया था। ज्यादा कर्ज हो जाने के कारण गहने बेचकर हमने उसे कर्ज चुकाने के लिए कुछ दिन पहले बारह लाख रुपए भी दिए थे। इसके बावजूद भी वह कहता था कि कर्ज अधिक है। गुरुवार देर शाम उसने सुसाइड कर लिया।
4 साल पहले पत्नी छोड़कर चली गई थी
बताया जाता है कि मृतक की शादी वर्ष 2007 में हुई थी। लेकिन काम-काज ढंग से नहीं करने के कारण मृतक की पत्नी निशा सिंह अपने 8 वर्षीय पुत्र चिकी को लेकर 4 वर्ष पहले अपने मायके धमार चली गई थी। इसके बाद से ही वो काफी डिप्रेशन में भी रहता था। सुसाइड वाले रूम में कई तरह के दवाइयां पड़ी थी।
इनमें डिप्रेशन की दवाइयां भी थी। वह अपने मां के साथ ही पकड़ी चौक पर रहता था। बिमल अपने तीन भाई और तीन बहन में सबसे छोटा था। परिवार में मां कलावती देवी, पत्नी निशा सिंह एवं एक पुत्र चिकी हैं। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। घटी घटना के बाद मृतक के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।