राष्ट्रपति ने तत्काल प्रभाव से दिल्ली के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मंत्री राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफा राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा था, जिसे आज स्वीकार कर लिया गया है। गौतम पाल ने धर्मांतरण कार्यक्रम में उपस्थिति को लेकर हुए विवाद के बीच अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा सौंपा दिया था। कार्यक्रम में कथित तौर पर हिंदू देवताओं की निंदा की गई थी।
गौतम ने कहा था कि वह मंत्री पद से इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं ताकि उनकी वजह से उनके नेता केजरीवाल व आम आदमी पार्टी पर कोई आंच नहीं आए। मंत्री के तौर पर गौतम के पास समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विभाग का जिम्मा था। वह सीमापुरी से विधायक हैं। राजेंद्र पाल गौतम ने धर्मांतरण कार्यक्रम में हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ विवादित बयान दिए थे, जिन पर काफी विवाद मचा था। इसके बाद से अरविंद केजरीवाल राजेंद्र गौतम से काफी नाराज थे। बीजेपी ने भी आम आदमी पार्टी पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था।