मोहाली के सोहाना में शनिवार शाम को चार मंजिला इमारत भरभराकर ताश के पत्तों की तहर बिखर कर ढह गई। बिल्डिंग के मलबे के नीचे दबकर दो लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है। हालांकि लगभग 24 घंटे बीत जाने के बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ और सेना बचाव का कार्य कर रही है।
बिल्डिंग के गिरने का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में देख सकते हैं कि चार मंजिला इमारत चंद सेकेंडों में ढह गई। बेसमेंट की खुदाई करने वाले मजदूरों में से किसी की नजर यकायक बिल्डिंग पर पड़ी तो उसने देखा कि इमारत हिल रही है। वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा...भागो.. भागो... बिल्डिंग गिरने वाली है, ऐसे में कई मजदूर भी वहां से भागने लगे और आसपास के लोग भी। वहां अफरा तफरी मच गई।
हालांकि यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि बिल्डिंग में कितने लोग थे। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि शोर सुनकर कुछ लोग तो इमारत से बाहर आए, लेकिन कितने लोग बाहर निकले इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। सोहाना के लोगों के अनुसार जैसे ही उन्होंने मजदूरों का शोर सुना तो जोर जोर से सभी ने आवाज भी लगाई, लेकिन क्षण भर में ही बिल्डिंग ढह गई। जैसे ही बिल्डिंग गिरी तो लोगों का हुजूम वहां उमड़ पड़ा। वहां लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिरकार यह हादसा कैसे हो गया। वास्तव में जहां खोदाई हो रही थी वह एक रिहायशी इलाका है और आसपास कई मकान भी हैं।

10 से ज्यादा मजदूर कर रहे थे काम
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि यदि मजदूरों ने हिलती बिल्डिंग न देखी होती और शोर न मचाया होता तो शायद यहां स्थिति ज्यादा गंभीर हो जाती। उससे आसपास के लोगों का भी नुकसान हो सकता था। यहां करीब दस से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे। जब बिल्डिंग गिर गई तो वहां मौजूद कुछ लोगों ने फटाफट पुलिस और प्रशासन को कॉल किया और घटना की जानकारी दी।

पुलिस रात में करती रही एनाउंसमेंट, 100 मीटर दूर रहें
सोहाना में बिल्डिंग के मलबे को हटाने और बचाव कार्य में जुटी टीमों को सुचारु काम करने देने के लिए मोहाली पुलिस और प्रशासन की ओर से लगातार घटना स्थल से सौ मीटर दूर रहने का एनाउंसमेंट किया जाता रहा। इसके साथ ही होटल वेस्टर्न से लेकर घटना स्थल तक रास्ता बंद कर दिया गया।