राजस्थान के अजमेर में तनाव बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं। रविवार को सकल हिंदू समाज के बैनर तले एक रैली निकाली गई। इसमें पैगंबर पर विवादित टिप्पणी करने वाली नुपुर शर्मा के समर्थन में नारेबाजी हुई। पुलिस का कहना है कि जुलूस की इजाजत की शर्तों का उल्लंघन हुआ है। इस आधार पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अजमेर में सकल हिंदू समाज ने रविवार को शांति मार्च का आयोजन किया था। इसमें नुपुर शर्मा जिंदाबाद के नारे लगे। अब वीडियो सामने आने के बाद अलवर गेट थाना पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज किया है। इसकी जांच क्लॉक टॉवर थानाधिकारी संजय शर्मा को सौंपी गई है।
जानकारी के मुताबिक 26 जून को सकल हिन्दू समाज अजमेर द्वारा यह रैली आयोजित की गई। इसके लिए अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (शहर) अजमेर से विधिवत शर्तों के अधीन अनुमति ली गई थी। जब रैली अजन्ता टॉकीज के पास पहुंची तो कुछ लोगों ने नुपुर शर्मा जिन्दाबाद के नारे लगाए। इसका एक विडियो भी सामने आया। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजमेर की ओर से दी गई अनुमति की शर्तों का उल्लंघन किया गया। अज्ञात लोगो ने भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत अपराध किया। इन अज्ञात लोगों की वीडियो और फोटो देखकर पहचान की जाएगी। मामले की जांच क्लॉक टावर थाना प्रभारी संजय शर्मा कर रहे हैं।
रविवार को देवी-देवताओं के अपमान के विरोध में हिन्दू समाज की ओर से शांति मार्च निकाला गया। कलेक्ट्रेट पर पहुंचने के बाद कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान मौके पर पुलिस के 20 एसएचओ और एक हजार से ज्यादा जवान तैनात रहे। अलवर गेट थाना के हेड कांस्टेबल राजपाल सिंह ने कहा कि अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच की जा रही है।