मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 8-9 नवंबर को मथुरा के दौरे पर आये थे। दौरे के दूसरे दिन श्री योगी ने डीएम, एसपी समेत अधिकारियों को उनके निकम्मेपन और लापरवाही के लिये जम कर हड़काया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि जन्माष्टमी पर ठाकुर बांके बिहारी मन्दिर पर हुई दुर्घटना के बाद आज भी भक्तगण एवं दर्शनार्थी भारी भीड़ व कुव्यवस्था से हलकान हो रहे हैं। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। योगी जी ने कहा- यहां की सड़कों में गड्ढे हैं। जगह-जगह पानी भरा है। थानों में पुराने वाहनों के अम्बार लगे हैं। सड़क का निर्माण लापरवाही के कारण रुका पड़ा है। मुख्यमंत्री ने बैठक में ही वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दिया।
अधिकारियों की लापरवाही व निकम्मापन क्या सिर्फ मथुरा में ही है? कमोबेश यह स्थिति पूरे उत्तर प्रदेश में है। माननीय इलाहाबाद हाईकोर्ट भी अधिकारियों की लापरवाही व निकम्मेपन और कामों को टरकाये जाने की प्रवृत्ति पर कड़ी फटकार लगा चुकी है।
स्थिति गम्भीर है। अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित किए बिना सुशासन या गुड गवर्नेंस नहीं आने वाला। मुख्यमंत्री जी को पूरे राज्य के लापरवाह अधिकारियों के पेंच कसने होंगे ताकि जनता को राहत मिल सके।
गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’