संभल में जिला अस्पताल की तीसरी मंजिल पर बने जनरल वार्ड में आग लगाने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि उसको दवाई नहीं मिली थी, इसलिए घटना को अंजाम दिया। जिला अस्पताल प्रशासन ने शुरूआत में बताया था कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी है, लेकिन पुलिस ने छानबीन की तो एक युवक सीसीटीवी कैमरों में घटना को अंजाम देते हुए कैद हो गया था। छानबीन के दौरान उसकी गिरफ्तारी की गई है।रविवार को बहजोई में पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र ने जिला अस्पताल में हुई आगजनी की घटना का खुलासा किया है।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 28 जून की सुबह जिला अस्पताल की तीसरी मंजिल पर आग लगी थी। जिसमें वहां मौजूद सामान जलकर राख हो गया था। समय रहते दमकल की टीम ने आग पर काबू कर लिया था। जिससे बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बचा था। शुरूआती जांच में आग की घटना शॉर्ट सर्किट से होना प्रतीत हो रही थी, लेकिन सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो आरोपी वारदात को अंजाम देते हुए नजर आया।
दवा के लिए इंतजार करने से आरोपी था नाराज
आरोपी की तलाश के लिए टीम को लगाया गया था। काफी छानबीन के बाद नखासा थाना क्षेत्र के तुर्तीपुर इल्हा निवासी राजा अंसारी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि वह 28 जून की सुबह दवाई लेने के लिए जिला अस्पताल पहुंचा था, लेकिन काफी इंतजार के बाद भी दवाई नहीं मिली।इसी अव्यवस्था से वह गुस्से में आ आया और तीसरी मंजिल पर पहुंचकर जेब से लाइटर निकालकर आग लगा दी। इसके बाद आरोपी मौके से भाग गया। पुलिस अधीक्षक का कहना है आरोपी दुबई रहकर भी आया है। उससे पासपोर्ट भी बरामद किया गया है। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि आरोपी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था और अब एनएसए की कार्रवाई की जाएगी।