संजय सिंह ने दिया उपदेश, लखीमपुर जाओ मोदी

लखीमपुर खीरी की घटना पर विपक्ष उग्र रूप से उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन पर सवाल उठा रहा है. पीड़िता परिवार तक पहुंचने की कोशिश में लगे तमाम विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया गया है. इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पीड़ित परिवार से मिलने की मांग की है. इस बाबत संजय सिंह ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी यूपी ही नही पूरा देश शोक और सदमें में डूबा है, आप महोत्सव कैसे मना सकते हैं? आइए उन बहनों के पास जिनके माथे का सिंदूर आपके अहंकारी मंत्री ने मिटाया है. हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं और आप उत्सव मना रहे हैं ये कैसा न्याय है?’

इस पत्र में संजय सिंह ने लिखा, ‘आप लोगों से किस आजादी की बात करेंगे, जबकि आपके सामने प्रत्यक्ष प्रमाण है कि सरकार अपनी जनता पर ऐसा क्रूर अत्याचार कर रही है जैसा अंग्रेजों की गुलामी के दौरान भी नहीं हुआ? यह आपका अमृत महोत्सव ऐसे किस अमृत की वर्षा कर रहा है जिसमें देश के अन्नदाता की रौंदी हुई लाशें सड़कों पर बिछी हैं और गांवों में मौत का सन्नाटा फैला हुआ है?’

संजय सिंह को यूपी पुलिस ने कई घंटों तक रोककर रखा

लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में हुई किसानों की मौत पर सियासी गर्मी तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह को उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पुलिस ने रविवार देर रात रोक लिया था जब वह लखीमपुर खीरी जा रहे थे. सिंह को पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने देर रात करीब 2:30 बजे सीतापुर के बिस्वान में रोक लिया. वह हिंसा में मारे गये किसानों के परिजनों से मिलने लखीमपुर खीरी जा रहे थे.

सिसोदिया का ट्वीट- किसानों के परिवार के आंसू भारी पड़ेंगे

आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘किसानों की हत्या कर दी गई और अब उनके परिवार से संवेदना व्यक्त करने जा रहे सांसद संजय सिंह जी को रात भर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी सड़क पर रोक कर खड़े हैं. किसानों के परिवार के ये आंसू भारी पड़ेंगे योगी जी!’

संजय सिंह ने कुछ वीडियो क्लिप जारी किये हैं जिनमें उन्हें पुलिस कर्मियों से सवाल करते हुए सुना जा सकता है कि उन्हें लखीमपुर खीरी जाने से क्यों रोका जा रहा है. ऐसे ही एक वीडियो में वह पुलिस अधिकारियों से कहते सुने जा सकते हैं, ‘आपने मुझे क्यों रोका है? गिरफ्तारी का आदेश दिखाइए. मैं थाने आऊंगा. मैं संवेदना प्रकट करने जा रहा हूं. यह किस कानून के तहत अपराध है? क्या आपके पास कोई आदेश है?’

इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मांग की कि ‘इस तरह के जघन्य अपराध’ के अपराधियों को ‘कड़ी सजा’ दी जाए. वहीं, आप सांसद संजय सिंह ने कहा, ‘यह घटना अंग्रेजों के भारत की नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी के भारत की है, आजादी के 75 साल बाद योगी आदित्यनाथ का भारत है, जहां भाजपा सत्ता में है.’

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