नेपाली कांग्रेस के प्रमुख शेर बहादुर देउबा आधिकारिक रूप से नेपाल के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं. रविवार को प्रतिनिधि सभा की बैठक में उन्होंने 163 वोटों से विश्वास मत जीत लिया. देउबा को सुप्रीम कोर्ट के 12 जुलाई के फैसले के बाद 13 जुलाई को देश के प्रधानमंत्री के पद के लिए नियुक्त किया गया था. कोर्ट ने 21 मई को भंग हुई प्रतिनिधि सभा को भी बहाल कर दिया है.
देउबा को उनके पक्ष में 165 वोट मिले जबकि 83 वोट उनके खिलाफ पड़े. मतदान प्रक्रिया में 249 सांसदों ने हिस्सा लिया. नेपाली कांग्रेस, सीपीएन माओवादी सेंटर और जनता समाजवादी पार्टी-नेपाल के सांसदों ने देउबा के पक्ष में वोट डाला. जेएसपी-एन के ठाकुर-महतो धड़े ने आखिरी घंटे में देउबा को वोट देने का फैसला किया. यूएमएल के असंतुष्ट गुट के सांसद भी इस संबंध में बंटे हुए थे.
करीब एक दर्जन सांसदों ने सदन छोड़ने का फैसला किया. माधव कुमार नेपाल सहित शेष 22 सांसदों ने देउबा को अपना विश्वास मत दिया. ओली गुट के 8 सांसद भी देउबा के पक्ष में वोटिंग लाइन में देखे गए. विपक्षी दल के लगभग 30 सांसदों ने देउबा के खिलाफ वोट करने के लिए पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया. यूएमएल के वरिष्ठ नेता भीम रावल ने आज सदन का सत्र शुरू होने से पहले अपने इस्तीफे की घोषणा की.