झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले से एक बेहद हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक परिवार के तीन सदस्यों के कंकाल मिले हैं। पुलिस ने शुक्रवार को जानकारी दी कि अपहरण के छह महीने बाद उनके कंकाल बरामद हुए हैं। मृतकों की पहचान जगदीश रजक (60), शारदा देवी (55) और उनके पोते राज रजक (17) के रूप में हुई है।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने कहा कि मृतकों को तांतनगर इलाके के सिदमा गांव से अगवा कर लिया गया था और कथित तौर पर उनके पड़ोसी विकास बेहरा और उनके साथियों ने मई में भूमि विवाद को लेकर उनकी हत्या कर दी थी। उन्होंने बताया कि अपहृत व्यक्तियों का पता लगाने और आरोपियों को पकड़ने के लिए सदर अनुमंडलीय पुलिस अधिकारी दिलीप खल्को के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था।
एसपी ने कहा कि मुख्य आरोपी और उसके परिवार के सदस्य गांव छोड़कर भाग गए थे और पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ और ओडिशा में बार-बार ठिकाना बदल रहे थे। हालांकि, विकास बेहरा की दो पत्नियों सुष्मिता (36) और पार्वती (23) और साथी रसई सीकू (51) और शुशील जामुदा (32) को गुरुवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले में गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने कहा कि जमुदा और सीकू द्वारा मुहैया कराए गए इनपुट के आधार पर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मुफस्सिल इलाके के छोटा लगिया गांव से तीन कंकाल खोद कर निकाले गए। अधिकारी ने कहा कि उन्होंने तीनों को मार डाला और उन्हें गांव में दफना दिया। कुल मिलाकर सात लोग अपराध में शामिल थे, और मुख्य आरोपी अभी भी फरार है, उन्होंने कहा, उसे और शेष आरोपियों को पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है।