दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है. हार के बाद दिल्ली की सीएम आतिशी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया है. आतिशी पिछले साल 21 सितंबर को दिल्ली की मुख्यमत्री बनीं थीं. वे दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री थीं. 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली की सत्ता में वापसी हुई है. एलजी विनय कुमार सक्सेना ने सातवीं विधानसभा को भी भंग कर दिया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव की 8 फरवरी को हुई मतगणना में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बहुमत के आंकड़े को हासिल किया है. 27 साल बाद अब बीजेपी दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को 70 में से 22 सीटें मिलीं, जबकि बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की है.
बीजेपी ने अपनी जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी जल्द ही अपने विधायक दल की बैठक बुलाकर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का चयन करेगी.
दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनी थीं आतिशी
आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं थीं. इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित ने भी मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी. अरविंंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद उन्हें सीएम बनाया गया था.आतिशी का ये कार्यकाल महज साढ़े चार महीने का रहा है.
कई दिग्गजों को मिली हार
इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के तीन मंत्रियों ने जीत हासिल की है. गोपाल राय, मुकेश अहलावत और इमरान हुसैन ने अपनी-अपनी सीटों पर जीत दर्ज की है. दूसरी तरफ कई दिग्गजों को हार का मुंह देखना पड़ा है. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अरविंंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सतेंद्र जैन जैसे नाम शामिल हैं.
आम आदमी पार्टी 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज की थी. इस बार चुनाव में आम आदमी पार्टी को करारा झटका लगा है. पार्टी की सीटें 70 में से 22 पर सिमट गई है. इस चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल पाई है.