दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) नेता दिलीप पांडेय ने सोमवार को पार्टी से नाराजगी की खबरों को खारिज किया है। अटकलें थीं कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची से बाहर किए जाने से पार्टी से खफा हैं और वह आप छोड़कर कहीं जा रहे हैं। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि ‘मुझमें और अरविंद केजरीवाल में कोई मतभेद दिखाना चाहते हैं, तो हवा में नाव चला रहे हैं आप- मैं कहीं नहीं जा रहा’।
दिलीप पांडेय ने लिखा ‘देश में जब अन्ना आंदोलन शुरू हुआ था, तो मैं दूर परदेस में बैठा था। मेरे लिए सब छोड़कर आने की इकलौती वजह ‘मां भारती’ के प्रति मेरा अथाह प्रेम और सम्मान था, वो प्रेम और सम्मान समय के साथ बढ़ता गया और मैंने अपने परिवार से पहले देश को और संगठन को रखा। आज भी उसमें रत्ती भर की कमी नहीं आई है।
कल देखा मैंने, अचानक से एक कैंपेन शुरू हो गया, जिसमे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ये संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि मैं पार्टी या अपने नेता अरविंद केजरीवाल के प्रति असंतोष और नाराजगी से भरा हूं। ये पढ़कर पहले तो मुझे हंसी आई और लगा कि इसे नजरअंदाज कर दूं। मगर मेरी चुप्पी के भी कई कयास लगाए जा सकते हैं, इसलिए यह बड़े अफसोस के साथ लिखना पड़ रहा है।
मैं पहली और आखिरी बार स्पष्ट कर रहा हूं कि भले ही आप अरविंद केजरीवाल के या आम आदमी पार्टी (आप) के शुभचिंतक हैं, या फिर मेरे अपने साथी हैं, ये तीनों बातें बिल्कुल एक हैं। हमारा हित और अहित एक है।
अगर आप मुझसे कोई निजी बैर निकालने के लिए भी या सिर्फ मजे के लिए (या किसी ने आपको कोई कहानी सुना कर फुसलाया है), मुझमें और अरविन्द भाई में कोई मतभेद दिखाना चाहते हैं, तो हवा में नाव चला रहे हैं आप – मैं कहीं नहीं जा रहा, पार्टी के लिए दरी बिछाने से लेकर, तिहाड़ और फिर विधानसभा जाने तक का सफर तय किया है। आप में से कोई भी भाई, साथी पार्टी ऑफिस में आ कर मुझसे मिल सकते हैं। मैं सच्चाई के रास्ते पर चलकर सदैव देश हित में काम करता रहूंगा, उसके आगे निजी पद या प्रतिष्ठा मामूली बात है’।