दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. 10 दिन पहले नतीजे घोषित होने के बावजूद दिल्ली में नई सरकार के गठन ना होने पर आम आदमी पार्टी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि बीजेपी की पिछली सरकार की तरह ही आगामी 5 साल में 3 मुख्यमंत्री बदले जाएंगे और दिल्ली में अस्थिर सरकार रहेगी. इसलिए आम आदमी पार्टी मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाते हुए चुनाव में बीजेपी द्वारा किए गए वादों पूरा कराने की कोशिश करेगी.

दिल्ली सरकार में मंत्री रहे और आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने बैठक के कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली के लोगों ने AAP 43% वोट दिया और बीजेपी को 45.6% वोट दिया. आम आदमी पार्टी से 2 प्रतिशत वोट ज्यादा बीजेपी को मिला जबकि बीजेपी ने दिल्ली के अंदर चुनाव आयोग की सरेआम धज्जियां उड़ाईं.

ये हमारे लिए सुकून की बात

उन्होंने कहा, इसके बावजूद भी दिल्ली की जनता ने केजरीवाल के और आम आदमी पार्टी के ऊपर दबाव नकारते हुए 43% वोटर्स ने ऐलान किया कि केजरीवाल के साथ हैं. ये हमारे लिए सुकून की बात है. गोपाल राय ने कहा, हमने निर्णय लिया है कि संगठन दिल्ली की जनता के साथ पूरी ताकत के साथ खड़ा रहेगा. जो वादे BJP कि तरफ से किए गए हैं उनको बीजेपी पूरा करे.

गोपाल राय ने कहा, 10 दिन हो गए और बीजेपी तय नहीं कर पा रही कि दिल्ली का सीएम कौन बनेगा. ना उनके पास कल सीएम था और ना आज है. बीजेपी की तरफ से कहा कि पीएम के विदेश से लौटने के बाद तय होगा लेकिन तारीख पर तारीख दी जा रही. ये संकेत दे रहा है कि पहली बार जब सत्ता बदली थी तब 5 साल में 3 सीएम बदले थे. दिल्ली को दिखाई दे रहा है कि आगामी 5 साल में 3 सीएम बदले जाएंगे. दिल्ली में अस्थिर सरकार दिल्ली में रहेगी.

आज हम लोगों ने फैसला लिया है

ऐसे में आम आदमी पार्टी को विपक्ष में बैठने की जिम्मेदारी दी है. सदन में विपक्ष की भूमिका निभाएंगे. आज हम लोगों ने फैसला लिया है कि संगठन की पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू करेंगे. जहां-जहां कमजोरी रही है, उसको मजबूत करेंगे. 19 तारीख को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों के जिला सचिव और सभी विधानसभा अध्यक्ष की बैठक बुला रहे हैं.

उन्होंने कहा, हमें लग रहा था कि बीजेपी सरकार के गठन के बाद हम अपनी रणनीति बनाएंगे लेकिन हम निराश हो गए. आम आदमी पार्टी चरणबद्ध तरीके से रिपोर्ट के आधार पर संगठनात्मक पुनर्गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ाएंगी. एलओपी कौन होगा? इस सवाल पर गोपाल राय ने कहा कि पहले सदन बुलाया जाएगा. उसके पहले हम फैसला ले लेंगे.