दिल्ली में जारी चुनावी सरगर्मी के बीच भाजपा ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर जोरदार हमला बोला है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि जैसे केजरीवाल की इस सरकार ने यमुना मैली की है उसी तरह शिक्षा में रिश्वतखोरी और ऑर्गनाइज्ड भ्रष्टाचार किया है। इस बारे में एक स्टिंग ऑपरेशन सामने आया है। इसमें भ्रष्टाचार में आम आदमी पार्टी के मौजूदा विधायक सहीराम पहलवान और उनके सिक्रेटरी कथित तौर पर शामिल हैं।

गौरव भाटिया ने आगे दावा किया कि स्टिंग में सहीराम पहलवान के सिक्रेटरी गौरव भाटी उनके नाम पर रुपया लेते नजर आ रहे हैं। यही नहीं विधायक सहीराम पहलवान खुद कहते हैं कि इस व्यक्ति (सिक्रेटरी) से बात करो। यह भ्रष्टाचार अरविंद केजरीवाल के नाक के नीचे हो रहा है। यह भी हो सकता है कि यह उनके ही इशारे पर किया जा रहा हो।

गौरव भाटिया ने आगे कहा- इस स्टिंग में बात होती है दिल्ली के बच्चों को रोबोटिक्स पढ़ाने की। इसके लिए एक कॅरिकुलम लाने की बात हो रही है। विभिन्न जगहों के वीडियो सामने आए हैं। कहीं 2200 रुपये प्रति बच्चा तो कहीं 1500 रुपये प्रति बच्चे का हिसाब लिया जा रहा है। दिल्ली में कुल 20 लाख बच्चे हैं इसलिए यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि यह कितने करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार है।

गौरव भाटिया ने दावा किया कि इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि केजरीवाल की सरकार ने कितने करोड़ का भ्रष्टाचार किया है। विधायक सहीराम पहलवान जो संसद का चुनाव भी लड़ा चुके हैं। किसी पत्रकार ने अपनी जान पर खेलकर यह स्टिंग नौ महीने तक किया है। इसमें आपको नोटों की गड्डियां भी नजर आ रही है। इस भ्रष्टाचार के तार आतिशी तक जा रहे हैं।

गौरव भाटिया ने कहा कि यह आरोप मैं नहीं कह रहा, यह स्टिंग में कहा गया है। इसमें जो बड़े नाम हैं। उनमें आतिशी का नाम शामिल है। यह विधायक आतिशी के सचिवालय में जाता है और कहता है आतिशी जी से बात करा देना बड़ी जरूरी बात है। सवाल यह कि क्या यह रिश्वत आतिशी और केजरीवाल तक जाती है। कुल मिलाकर इसमें सहीराम पहलवान, आतिशी और मनीष सिसोदिया का भी नाम आता है।

गौरव भाटिया ने कहा कि इस स्टिंग में सहीराम पहलवान खुल गए हैं कि वह पैसा देने वाले से कह रहे हैं कि काम हो जाएगा। वह यह भी कह रहे हैं कि गौरव भाटी से बात कर लो। यह मान लो कि वह मैं ही हूं। उसके बाद गौरव भाटी एक पैकेट लेता है। दूसरे सीन में गौरव भाटी फिर से मिटिंग करते हैं। इसमें यह आता है कि एक और मिटिंग शिक्षा मंत्रालय में भी करा दो। यही नहीं यह शख्स कैश भी लेता है।